गणपति ज्वेलर्स लूटकांड : सुबोधकांत गैंग के सदस्यों पर पुलिस की नजर

जेल से ही सुबोधकांत गैंग का कर रहा है संचालन देश के विभिन्न राज्यों में दे रहे हैं लूटकांड को अंजाम, 23 नवंबर को हाजीपुर में दिया था 21 करोड़ के लूट कांड को अंजाम गैंग का सरगना धर्मेंद्र गोप पुलिस गिरफ्त से बाहर हाजीपुर की घटना में भी किसी को मारपीट किए बिना 20 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 21, 2020 2:35 AM

जेल से ही सुबोधकांत गैंग का कर रहा है संचालन

देश के विभिन्न राज्यों में दे रहे हैं लूटकांड को अंजाम, 23 नवंबर को हाजीपुर में दिया था 21 करोड़ के लूट कांड को अंजाम
गैंग का सरगना धर्मेंद्र गोप पुलिस गिरफ्त से बाहर
हाजीपुर की घटना में भी किसी को मारपीट किए बिना 20 मिनट में ही दिया था कांड को अंजाम, गणपति ज्वेलर्स में भी एक ही तरह हुआ कांड
आसनसोल : गणपति ज्वेलर्स में बुधवार की रात डकैती कांड को अंजाम देने वाले गिरोह का तार सुबोधकांत सिंह गैंग से जुड़ रहा है. वह फिलहाल पटना के बेऊर जेल में है, लेकिन जेल से ही वह कांड को अंजाम दे रहा है. 23 नवम्बर 2109 को हाजीपुर में मुथूट फाइनेंस में 21 करोड़ रुपये के सोना लूट कांड में भी उसकी भूमिका की जांच चल रही है. गणपति ज्वेलर्स कांड में हीरा, प्लेटिनम सहित पांच किलो सोने की जेवरात व नगदी पांच लाख रुपये की लूट हुई है.
कांड को अंजाम देने का तरीका सुबोधकांत गैंग की तरह ही था. पांच की संख्या में अपराधी दुकान में दाखिल हुए और 20 मिनट में ही दुकान का सारा माल लूटकर फरार हो गए. घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस को अपराधियों का हुलिया नहीं मिल पाया है. रात होने के कारण विभिन्न जगह लगे सीसीटीवी फुटेज से उनकी पहचान नहीं हो पा रही है. पुलिस आयुक्त सुकेश कुमार जैन ने कहा कि सभी अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
सनद रहे कि आश्रम मोड़ पर जीटी रोड किनारे होटल एक्सीलेंसी के ग्राऊंड फ्लोर में स्थित गणपति ज्वेलर्स में बुधवार रात साढ़े सात बजे डकैती हुई. पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) सायक दास ने बताया कि पांच की संख्या में अपराधी दुकान में दाखिल हुए और दुकान मालिक कुमारपुर निवासी मुरारी अग्रवाल सहित उनके भांजे और दो कर्मी सभी को गन पॉइन्ट पर ले लिया.
उनसे सहयोग करने के लिए कहा. 25 मिनट के अंदर ही दुकान का सारा सामान लेकर यह लोग निकल गए. दो अपराधी मंगलवार को दुकान से एक कान की बाली खरीदकर ले गए थे. इनकी पहचान दुकान के कर्मियों ने की. कुल पांच किलो सोने के जेवरात सहित कैश में पड़े नगद राशि भी ले गए. सीसीटीवी का डीवीआर अपने साथ ले गए.
इलाके के सभी डीवीआर खंगालने में जुटी पुलिस
घटना के बाद रात नौ बजे पुलिस उपायुक्त श्री दास अपने साथ वहां लगे कैमरों के दो डीवीआर ले गए. इसके अलावा जीटी रोड और आश्रम मोड़ से दोमुहानी रोड, स्टेशन रोड में लगे सभी कैमरों से रात सात बजे से नौ बजे के बीच का फुटेज देखा जा रहा है. अपराधियों की पहचान नहीं हो पाई है.
पोट्रेट पार्ले की तैयारी कर रही है पुलिस
कांड के दौरान अपराधियों में चेहरे खुले थे. दुकान में उपस्थित सभी ने अपराधियों को अच्छी तरह से देखा है. सीसीटीवी फुटेज की जांच चल रही है, इसमें यदि अपराधियों की पहचान नहीं हो पाती है तो पुलिस पोट्रेट पार्ले (स्केच) बनाने का भी सहारा लेने की तैयारी कर रही है. इससे अपराधियों के चेहरे का स्केच तैयार कर उसकी मिलान राज्य और दूसरे राज्य अपराधियों से की जाएगी.
लिंकमैन की तलाश जारी
कांड को अंजाम देने के लिए पांच सदस्य शॉप के अंदर दाखिल हुए थे. पुलिस का मानना है कि एक व्यक्ति शॉप के बाहर निगरानी कर रहा था. वह संभवतः लिंकमैन हो सकता है. स्थानीय लिंकमैन के बिना कांड को अंजाम देना कठिन होता है. इस कांड में भी स्थानीय किसी का सहयोग रहा है. रेकी के दौरान मार्ग की जानकारी पहले प्राप्त की जाती है.
किधर से आना है किधर से जाना है. यह सब जानकरी स्थानीय लिंकमैन मुहैया कराता है. कांड के दिन अपराधी मार्ग की जांच करने के बाद ही कांड को अंजाम देते हैं. इस कांड में तीन बाइक का उपयोग होने की बात सामने आयी है.
कांड को अंजाम देने के बाद अपराधी अलग-अलग रास्ते से निकले हैं. एक साथ एक ही मार्ग से जाने पर खतरा ज्यादा रहता है. संभावना यह है कि अपराधी कांड को अंजाम देने के बाद दोमुहानी के रास्ते बाराबनी होकर झारखंड में प्रवेश कर गए. यह उनके लिए सबसे सुरक्षित मार्ग था. घटना के बाद सभी जगह नाका चेकिंग आरम्भ कर दिया गया. जबतक नाका चेकिंग का कार्य आरम्भ होता अपराधी बाराबनी के रास्ते झारखंड में प्रवेश कर गए.
सुबोधकांत गैंग की भूमिका पर नजर टिकी
देश के विभिन्न राज्यों में सोना लूट कांड को अंजाम देने वाला बिहार का कुख्यात अपराधी सुबोधकांत सिंह फिलहाल बेऊर जेल में है. किसी भी राज्य में यदि सोना लूट कांड होता है तो पहली निगाह सुबोधकांत गिरोह पर होती है.
वह जेल में रहने के बावजूद अपनी गतिविधि जेल से ही संचालित कर रहा है. आसनसोल मुथूट डकैती कांड में वह मुख्य आरोपी था. जिसे सीआईडी ने पकड़ा था. उसके जेल में रहने के कारण उसके गैंग के अन्य सदस्यों ने खुद का गैंग बना लिया है और वे अब लगातार कांड को अंजाम दे रहे हैं.
कॉल डंप की प्रक्रिया पर कार्य जारी
कांड को अंजाम देने के एक घंटा पहले और बाद में अपराधी किसी से बात किये या नहीं. इसके लिए कॉल डंप का सहारा लेने पर पुलिस कार्य कर रही है. इसके तहत उस क्षेत्र के सभी मोबाइल ऑपरेटरों से उनके टॉवर का उपयोग करने वाले सभी मोबाइल फोन का नम्बर लिया जाएगा. उन फोन नम्बरों की जांच की जाएगी. यदि किसी फोन नम्बर पर संदेह होता है तो उसका सीडीआर निकाला जाएगा.
पुलिस ने दर्जनों से की पूछताछ, थाने में चला बैठकों का दौर
आसनसोल साऊथ थाना में पुलिस ने स्थानीय अनेकों लोगों को बुलाकर पूछताछ की. पुलिस यह जानना चाहती थी कि घटना के दौरान अपराधी किस बाइक से आए थे, कांड को अंजाम देने के बाद वे लोग किधर से निकले? जीटी रोड किनारे इलाके के विभिन्न दुकान और संस्था के सामने लगे उनलोगों सीसीटीवी का फुटेज भी संग्रह किया है. गुरुवार दोपहर से ही आसनसोल साऊथ थाने और खुफिया विभाग के कार्यालय में पुलिस आधिकरियों का इस कांड के खुलासा को लेकर बैठक का दौर लगातार जारी रहा.

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