नौकरीपेशा मध्यम वर्ग को उपहार, व्यवसायी हताश

चुनावी वर्ष होने के कारण किसानों पर रहा विशेष जोर, आम जन को राहत किसानों के साथ ही असंगठित क्षेत्र के कामगारों कोदेने चाहिए थेऔर लाभ व्यवसायियों ने रखी मांग पेंशन की, व्यवसाय को बताया अनिश्चियता का सौदा आसनसोल : चुनावी साल में शुक्रवार को लोकसभा में कोयला, रेल सह वित्त मंत्री (प्रभारी) पीयूष गोयल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 2, 2019 1:03 AM

चुनावी वर्ष होने के कारण किसानों पर रहा विशेष जोर, आम जन को राहत

किसानों के साथ ही असंगठित क्षेत्र के कामगारों कोदेने चाहिए थेऔर लाभ
व्यवसायियों ने रखी मांग पेंशन की, व्यवसाय को बताया अनिश्चियता का सौदा
आसनसोल : चुनावी साल में शुक्रवार को लोकसभा में कोयला, रेल सह वित्त मंत्री (प्रभारी) पीयूष गोयल ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए अंतरिम बजट संसद में पेश किया. शिल्पांचल के चार्टडर्ड एकाउंटेंट ने जहां इसे आम जनता का बजट बताया वहीं व्यवसायियों ने भी इसकी सराहना की है. हालांकि इसके अंतरिम होने के कारण चुनावी संज्ञा भी दी जा रही है.
चार्टर्ड एकाउंटेंट अजय डूमरेवाल ने कहा कि बजट से निम्न एवं मध्यम आर्य वर्ग को अच्छी राहत मिली है. देश के उच्च आय वर्ग वालों ने भी टैक्स दर में कमी होने की उम्मीद जतायी थी. उन्हें जरूर निराशा मिली है. चुनावी वर्ष में उन्होंने बजट को मध्यम आय वर्ग वालों के हित में बताया.
होटल ऑनर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सह पश्चिम बर्दवान डिस्ट्रिक्ट चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रिज के अध्यक्ष वीके ढल्ल ने कहा कि यह चुनावी बजट है. आयकर में पांच लाख तक की छूट को उन्होंने करदाताओं के लिए बड़ी राहत बताते हुए देश के करोडों आयकरदाताओं के लिए खुशी की बात बतायी. उन्होंने कहा कि बजट में किसानों को भी राहत दी गयी है. किसानों को स्वनिर्भर बनाने की दिशा में भी कुछ कदम उठाये जाने चाहिए थे.
फॉस्बेक्की के महासचिव सुब्रत दत्ता ने कहा कि सरकार चुनाव जीतने के लिए व्यवसायियों को हाशिए पर डाल दिया है. जबकि सबसे अधिक टैक्स का भुगतान वहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि व्यवसायियों के लिए भी पेंशन की व्यवस्था की जानी चाहिए, क्योंकि व्यवसाय अनिश्चियता का शिकार हो गया है.
आसनसोल मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रिज के अध्यक्ष सात्विक लाल ने बजट में आयकर के दायरे को 2.5 लाख से पांच लाख किये जाने को एतिहासिक फैसला बताते हुए इसे मध्यम वर्ग के लोगों के लाभांवित होने का दावा किया. असंगठित क्षेत्र के लोगों एवं किसानों के लिए लागू किये गये पेंशन योजना को भी सराहनीय फैसला बताया. उन्होंने व्यवसायियों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना एवं पेंशन देने की मांग की.
आसनसोल मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रिज के उपाध्यक्ष सौमेन चटर्जी ने कहा कि बजट में आयकर के दायरे को 2.5 लाख से पांच लाख किये जाने से देश के मध्यम वर्ग के लोगों को काफी राहत मिलेगी. इससे देश के व्यवसायी एवं नौकरी पेशा तबके में एक नयी आशा जगी है. उद्योगपति सरदार अमरजीत सिंह ने कहा कि सरकार के बजट से देश के मध्यम एवं निम्न आयवर्ग को काफी राहत मिली है. आयकर को ढाई लाख से पांच लाख रूपये बढाये जाने को उन्होंने अब तक के बजट में सर्वोत्तम फैसला बताया.
आसनसोल रियल इस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन के विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि बजट में देश के मध्यम आय वर्ग के लोगों को काफी राहत मिली है. पांच लाख रूपये तक आयकर के दायरे को बढाने से करोडों नागरिकों को लाभ मिलेगा. उन्होंने बजट को बेहतर बताते हुए कहा कि बजट में किसान और श्रमिक वर्ग के हितों को भी ध्यान में रखा गया है.

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