WB News: हुगली नदी के नीचे तैयार हुयी 520 मीटर लंबी सुरंग, दुर्गा पूजा तक दौड़ने लगेगी मेट्रो

पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के नीचे 520 मीटर गहरी सुरंग बनकर तैयार हो गई. 66 दिन में बने इस सुरंग में दुर्गापूजा तक मेट्रो का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 27, 2023 12:15 PM

कोलकाता, श्रीकांत शर्मा. हुगली नदी के नीचे से गुजरने वाली देश की पहली मेट्रो ईस्ट-वेस्ट का परिचालन दुर्गापूजा से पहले शुरू हो सकता है. मेट्रो सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईस्ट-वेस्ट मेट्रो का द्वितीय फेज सियालदह स्टेशन से हावड़ा मैदान तक का कार्य पूरा कर लिया गया है. मेट्रो के एक अधिकारी ने बताया कि नदी के नीचे से दलदली जमीन में सुरंग बनाना काफी चैलेंजिंग कार्य था, जिसे हमारे इंजीनियर्स ने काफी दक्षतापूर्वक पूरा कर लिया है.

बना है एशिया का सबसे गहरा सुरंग

हुगली नदी की तलहटी से 13 मीटर नीचे से गुजरी सुरंग की कुल लंबाई 520 मीटर है. अधिकारी बताते हैं कि इस सुरंग को एशिया की सबसे गहरी सुरंग होने का गौरव भी प्राप्त है. मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया कि जितना गर्व इस नदी के नीचे बन रही सुरंग को लेकर है, उतना ही गर्व हमें अपने इंजीनियर्स पर भी है. क्योंकि हमारे इंजीनियर्स ने नदी के नीचे 520 मीटर लंबी सुरंग को मात्र 66 दिनों में तैयार कर लिया. भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो रेल हावड़ा ( हुगली नदी के पश्चिमी तट पर हावड़ा स्टेशन परिसर) को कोलकाता (पूर्वी तट अर्मेनियाई घाट) से जोड़ेगी.

25 मंजिला मकान इतनी है गहराई

बताते हैं कि हावड़ा मेट्रो स्टेशन दुनिया का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशनों में से एक होगा, जो जमीन से 30 मीटर नीचे है. यह लगभग 25 मंजिला मकान जितनी गहराई में स्थित होगा. ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर (ग्रीन लाइन) का वर्तमान में साल्टलेक सेक्टर V से सियालदह स्टेशन तक परिचालन शुरु हो गया है. यात्री इस प्रथम फेज के 9.3 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं. जिस दिन हावड़ा मैदान से सॉल्टलेक सेक्टर-V के बीच पूरा ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर प्रारंभ हो जायेगा, उसकी कुल लंबाई 16.55 किलोमीटर हो जायेगी.

दुर्गापूजा तक शुरू हो सकता है परिचालन

श्री मित्रा बताते हैं कि दुर्गापूजा से पहले अक्तूबर तक ईस्ट-वेस्ट के बाकी बचे द्वितीय फेज सियालदह से हावड़ा मैदान का परिचालन भी शुरू हो जाने की उम्मीद है. श्री मित्रा बताते हैं कि ईस्ट-वेस्ट की सबसे बड़ी खासियत तो उसके देश की पहली नदी के नीचे से गुजरने वाली मेट्रो है. साथ में यह देश के दो सबसे व्यस्ततम स्टेशनों सियालदह और हावड़ा रेलवे स्टेशनों को जोड़ती है. इसके साथ ही ग्रीन लाइन (ईस्ट-वेस्ट) एस्प्लानेड स्टेशन पर उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (ब्लू लाइन) के साथ जुड़ी भी है. यात्रियों के लिए यह स्टेशन इंटर चेंजिंग प्वाइंट भी होगा.

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