पश्चिम बंगाल : घाटाल में भाजपा नेता की कार से बरामद हुए 24 लाख रुपये

पश्चिम बंगाल : पुलिस सूत्रों के अनुसार दासपुर खुकुरदा में नाक चेकिंग चल रही थी. उस वक्त स्थानीय बीजेपी नेता प्रशांत बेरा की कार को रोका गया था. कार की तलाशी लेने पर 24 लाख रुपये बरामद हुए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक कोई भी उस पैसे का कोई वैध कागजात नहीं दिखा सका.

By Shinki Singh | May 24, 2024 2:43 PM

पश्चिम बंगाल : पश्चिम बंगाल में मतदान से एक दिन पहले घाटाल लोकसभा क्षेत्र (Ghatal Lok Sabha Constituency) के दासपुर में एक भाजपा नेता की कार से 24 लाख रुपये बरामद हुए है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पैसों की गिनती अभी भी जारी है. ड्राइवर से पूछताछ की जा रही है. इस घटना को लेकर तृणमूल ने बीजेपी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. बीजेपी उम्मीदवार हिरण चटर्जी ने सत्ता पक्ष पर साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा जिस तरह से वह मेरे असिस्टेंट के घर आए यह भी एक साजिश है. घरों और कारों में पैसे, बंदूकें, बम रखकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को फंसाने की कोशिश की जा रही है.

दासपुर खुकुरदा में चल रही थी नाक चेकिंग

पुलिस सूत्रों के अनुसार दासपुर खुकुरदा में नाक चेकिंग चल रही थी. उस वक्त स्थानीय बीजेपी नेता प्रशांत बेरा की कार को रोका गया था. कार की तलाशी लेने पर 24 लाख रुपये बरामद हुए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक कोई भी उस पैसे का कोई वैध कागजात नहीं दिखा सका. इसकी जांच की जा रही है कि बरामद रुपये कहां ले जाये जा रहे थे. पैसे के स्रोत की जांच की जा रही है. इसे लेकर तृणमूल ने बीजेपी पर हमला बोलना शुरु कर दिया है. भाजपा नेता चुनाव से पहले क्षेत्र में धन और हथियार फैलाकर संदेशखाली की तरह पूरे राज्य में अशांति करने की कोशिश कर रहे हैं. घाटाल के तृणमूल आयोजन जिला अध्यक्ष आशीष हुडैत ने कहा, ”वह पैसा विभिन्न क्षेत्रों में मतदाताओं को रिश्वत देने के लिए ले जाया जा रहा था. पुलिस चेकिंग में पकड़ा गया

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भाजपा का कहना है कि यह पैसा पार्टी का है


हालांकि, भाजपा जिला अध्यक्ष तन्मय दास ने कहा, यह पार्टी का पैसा है. वह पैसा पार्टी कार्यालय के रखरखाव के लिए ले जाया जा रहा था. खाते से वह पैसा निकालने के बाद पार्टी कार्यालय में रख दिया. यह पैसा सात विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यालयों को देने के लिए ले जाया जा रहा था. सभी दस्तावेज वहां मौजूद हैं. इसे पुलिस को दिखाया जा रहा है. तृणमूल की ओर से झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं.

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