होश में आये सरकार, बंद करे अत्याचार

कोलाकाता: मैं 18 अप्रैल 2011 को नहीं भूल सकता जब बंगाल में पहली बार टैक्सी चालकों के अधिकार के लिए कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन ने आंदोलन कर सरकार को झूकने पर मजबूर कर दिया था. आज एक बार फिर हम टैक्सी भाइयों के सामने रिफ्यूजल नामक नयी चुनौती खड़ी है. सरकार इसे टैक्सी चालकों को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2014 6:49 AM

कोलाकाता: मैं 18 अप्रैल 2011 को नहीं भूल सकता जब बंगाल में पहली बार टैक्सी चालकों के अधिकार के लिए कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन ने आंदोलन कर सरकार को झूकने पर मजबूर कर दिया था. आज एक बार फिर हम टैक्सी भाइयों के सामने रिफ्यूजल नामक नयी चुनौती खड़ी है.

सरकार इसे टैक्सी चालकों को परेशान करने का हथकंडा बनाना चाहती है. लेकिन आज मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि वह होश में आये और टैक्सी चालकों पर अत्याचार बंद करे. धर्मतल्ला के वाइ चैनल के पास आयोजित सभा में वक्तव्य रखते हुए प्रदेश एटक के सचिव व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव कहीं. उन्होंने सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि टैक्सी चालकों पर जुल्म समाप्त नहीं हुए तो 28 अगस्त को एक बृहद आंदोलन होगा और परिवहन भवन का घेराव किया जायेगा.

इस दौरान उन्होंने सरकार के सामने अपनी मांग रखते हुए कहा कि सरकार बस के तर्ज पर टैक्सी के लिए भी पार्किग एरिया बनाया जाये. उन्होंने कहा कि जब तक टैक्सी भाइयों को अधिकार नहीं दिला देता तब तक मेरी लड़ाई जारी रहेगी. पहले सरकार टैक्सी चालकों पर जुल्म करती है फिर उनके ऊपर लाठी चार्ज करके गिरफ्तार भी किया जाता है, लेकिन जब टैक्सी चालक अपनी ताकत का एहसास करवाते हैं तब गिरफ्तार लोगों को छोड़ दिया जाता है. अब परिवहन मंत्री चालकों की रिहाई के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दे रहे हैं, यह उनकी नयी चाल है. रिफ्यूजल जुर्माने के नाम पर गैर लोकतांत्रिक ढंग से लगभग तीन हजार से पांच हजार रुपये वसूले जाते हैं. यदि सरकार का यही दोहरा रवैया रहा तो मजदूरों के गुस्से को सरकार भी नहीं रोक पायेगी. उन्होंने सरकार के खिलाफ हाइकोर्ट जाने की घोषणा की.

चालकों को किया जा रहा है परेशान

इस दौरान सभी की अध्यक्षता करते हुए सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता अनादि साहू ने टैक्सी रिफ्यूजल, नो पार्किग, ट्रैफिक सिगनल उल्लंघन के नाम पर चालकों पर पुलिसिया जुल्म का आरोप लगाते हुए कहा कि रिफ्यूजल के शिकायतकर्ता के नाम का भी पता नहीं चलता है और न ही उनके नाम बताने की जरूरत भी प्रशासन समझता है. आरोप के मुताबिक नो पार्किग, ट्रैफिक सिगनल का उल्लंघन के फर्जी मामलों में भी चालकों को परेशान किया जा रहा है.

एटक समर्थित परिवहन श्रमिक संगठन कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के आह्वान पर सोमवार को महानगर धर्मतल्ला के वाइ चैनल के पास सभा का आयोजन किया गया.सभा में सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता व कार्यकर्ता, सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन और एटक के प्रदेश स्तर के नेताओं ने भी शिरकत की.

दोपहर के बाद सड़कों से नदारद रहीं टैक्सियां

कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन, वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के साथ अन्य परिवहन संगठनों के द्वारा सोमवार को वाइ चैनल पर अपराह्न दो बजे बुलायी गयी सभा के कारण दोपहर 12 बजे के बाद से ही महानगर की सड़कों से टैक्सियों नदारद हो गयी. सबसे ज्यादा परेशानी हावड़ा स्टेशन, सियालदह स्टेशन, कोलकाता स्टेशन के साथ दमदम एयर पोर्ट पर आने व जाने वाले यात्रियों की हुई. टैक्सी नहीं मिलने के कारण यात्री इधर-उधर भटकते रहे.

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