लॉ कॉलेज के 10 छात्रों को मिली जमानत

गिरफ्तार सभी छात्र एबीवीपी के सदस्य पीड़ित छात्र द्वारा शिकायत वापस लेने के बाद मिली रिहाई जलपाईगुड़ी : शहर के जलपाईगुड़ी लॉ कॉलेज के एबीवीपी समर्थक 10 छात्रों की गिरफ्तारी को लेकर बीते बुधवार को शहर सरगर्म रहा. इन दसों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले इसी कॉलेज के छात्र सौरभ मल्लिक के मामला वापस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 14, 2019 2:17 AM

गिरफ्तार सभी छात्र एबीवीपी के सदस्य

पीड़ित छात्र द्वारा शिकायत वापस लेने के बाद मिली रिहाई
जलपाईगुड़ी : शहर के जलपाईगुड़ी लॉ कॉलेज के एबीवीपी समर्थक 10 छात्रों की गिरफ्तारी को लेकर बीते बुधवार को शहर सरगर्म रहा. इन दसों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले इसी कॉलेज के छात्र सौरभ मल्लिक के मामला वापस लेने के बाद उक्त दसों छात्रों को जिला सत्र अदालत से जमानत मिल गयी है.
उल्लेखनीय है कि इस छात्र ने दस एबीवीपी के छात्रों के खिलाफ हत्या की कोशिश और चोरी के आरोप लगाये थे जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था. गुरुवार को जब आरोपी छात्रों को जलपाईगुड़ी के सत्र अदालत में पेश किया गया तो उनके साथ अलीपुरद्वार से चुने गये भाजपा के सांसद जॉन बारला ने बात की.
बाद में शिकायतकर्ता सौरभ मल्लिक ने अदालत के समक्ष बयान दिया कि आरोपियों के खिलाफ उसे अब कोई शिकायत नहीं रह गयी है. अदालत अगर इन्हें जमानत देना चाहती है तो उसे कोई आपत्ति नहीं होगी. अतिरिक्त सरकारी अधिवक्ता मृण्मय बनर्जी ने बताया कि उसके बाद अदालत ने दसों आरोपी छात्रों को जमानत दे दी.
जानकारी अनुसार घटना का सूत्रपात बुधवार की रात को हुआ. सौरभ मल्लिक की शिकायत के अनुसार जब वह अपने दोस्तों के साथ कदमतला में थे उस समय विराज विश्वास समेत दस छात्रों ने उस पर आक्रामक होते हुए गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की. लेकिन किसी तरह वह वहां से भाग कर अपनी जान बचाने में सफल रहा. गौरतलब है कि विराज विश्वास एबीवीपी का जलपाईगुड़ी नगर मंडल अध्यक्ष है.
वहीं, भाजपा समर्थकों का कहना है कि हाल में लॉ कॉलेज के एक अन्य छात्र सौरभ बसाक ने फेसबुक पर चुनाव में शानदार जीत के लिये प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए पोस्ट किया था. उसी रात को सौरभ मल्लिक और कॉलेज के छात्र संघ के महासचिव प्रीतम दास ने सौरभ बसाक को कदमतला स्थित रिश्तेदार के घर में बुलाकर फेसबुक पोस्ट को हटाने के लिये कहा था. इसी को लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरु हुआ. इसकी जानकारी मिलते ही कॉलेज के अन्य एबीवीपी समर्थक कदमतला पहुंचे. दोनों पक्षों के बीच हंगामा हो गया.
बाद में कोतवाली थाना ने मौके पर पहुंचकर मामले को रफा-दफा कर दिया. एबीवीपी के जिला संयोजक हारु सरकार ने कहा कि उस घटना के बाद उनके समर्थक छात्रों ने किसी तरह की अनहोनी को रोकने के गर्ज से थाने में शिकायत दर्ज करायी. थाना से लौटने के दौरान पुलिस ने बिना किसी कारण के विराज विश्वास समेत 10 एबीवीपी समर्थकों को गिरफ्तार कर थाने ले गयी. एक छात्र की शिकायत पर उनके खिलाफ हत्या की कोशिश और चोरी के मामले दर्ज कराये गये. इसके खिलाफ एबीवीपी के समर्थकों ने कोतवाली थाने के सामने प्रदर्शन किया.
सांसद जॉन बारला ने बताया कि एबीवीपी समर्थक होने के चलते ही उनके खिलाफ मामले दर्ज कराये गये. इसका हम लोग तीव्र विरोध करते हैं.
वहीं, तृणमूल छात्र परिषद के जिलाध्यक्ष अभिजित सिन्हा ने कहा कि किसी गलतफहमी और व्यक्तिगत अहम को लेकर विराज विश्वास अपने साथियों के साथ उनके समर्थक सौरभ मल्लिक पर आक्रामक हुआ था. उसके बाद ही सौरभ मल्लिक ने थाने में दसों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. हम लोगों ने मामले को बातचीत के जरिये सुलझा लिया है. लॉ कॉलेज में एबीवीपी की कोई यूनिट नहीं है. सभी उन्हीं के संगठन के सदस्य हैं. वहीं, कोतवाली थाना के आईसी विश्वाश्रय सरकार ने भी घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दसों छात्रों को आज अदालत में पेश किया गया था.

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