अतीक अहमद ने जब हथिया ली थी गांधी परिवार के रिश्तेदार की भी प्रॉपर्टी, जानिए फिर क्या हुआ

प्रयागराज में बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की हाल ही में 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई. उसकी हत्या के बाद उसके आतंक के कई किस्से अब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. इन्हीं किस्सों में एक नाम कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का जुड़ा हुआ है.

By Sandeep kumar | April 22, 2023 8:13 PM

Lucknow : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की हाल ही में 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसके साथ ही उसका उत्तर प्रदेश में कई दशकों से बनाया साम्राज्य ढह गया. उसकी हत्या के बाद उसके आतंक के कई किस्से अब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. इन्हीं किस्सों में एक नाम कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का जुड़ा हुआ है.

प्रयागराज के प्रभावशाली परिवार में है वीरा गांधी शामिल

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखनऊ के पॉश सिविल लाइंस इलाके में एक संपत्ति को लेकर माफिया अतीक की सोनिया गांधी की रिश्तेदार वीरा गांधी से भी लड़ाई हुई थी. प्रयागराज में वीरा गांधी का परिवार सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित पैलेस टॉकीज का मालिक है. यह घटना 2007 की है. अतीक अहमद ने अपने गुर्गों के जरिए उस जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था. इस जमीन के आगे वीरा गांधी का पैलेस टॉकीज था. उसे बंद करना पड़ गया था. तब अतीक अहमद उस समय समाजवादी पार्टी से फूलपुर का सांसद था.

राज्य सरकार ने भी नहीं की मदद, जाना पड़ा था दिल्ली

जब वीरा गांधी को अतीक अहमद के इस कारनामे के बारे में पता चला तो उन्होंने तत्कालीन सपा सरकार और जिला प्रशासन से कार्रवाई करने की गुहार लगाई, लेकिन कुछ नहीं हुआ. जब वह सब जगह से हार गईं तब वीरा गांधी दिल्ली के लिए रवाना हुईं और कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की. उस समय सोनिया गांधी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए की अध्यक्ष थीं. उनकी दखल के बाद अतीक अहमद को जमीन छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.

प्रयोग के तौर पर की थी जमीन पर कब्जा – IG लालजी शुक्ल 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महानिरीक्षक (आईजी) लालजी शुक्ला ने बताया कि वीरा गांधी के परिवार के पास प्रयागराज में कई जमीनें थीं. उन्होंने आगे बताया कि अतीक जमीन पर कब्जा करना चाहता था क्योंकि यह पैलेस टॉकीज के पीछे स्थित थी. उसने इसे एक प्रयोग के तौर पर आजमाया. अगर उसने इस जमीन पर सफलतापूर्वक कब्जा कर लिया होता तो वह वीरा गांधी के परिवार के स्वामित्व वाली अन्य जमीनों पर भी कब्जा कर लेता.

गौरतलब है कि अतीक और उसके भाई अशरफ को पुलिस हिरासत में तीन शूटरों के द्वारा ताबड़तोड़ गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. जिस समय दोनों को मेडिकल जांच के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया था. दोनों ही भाई 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के गवाह उमेश पाल की हत्या के आरोपी थे. माफिया और उसके भाई की मौत के लिए तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

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