UP Nikay Chunav : नामांकन से एक दिन पहले अखिलेश यादव को झटका, सपा मेयर प्रत्याशी अर्चना वर्मा BJP में शामिल

Archana Verma joins BJP: भारतीय जनता पार्टी ने सपा के किला शाहजहांपुर की उम्मीदवार अर्चना वर्मा को शामिल कर अखिलेश यादव को करारी चोट दी है. सपा के कद्दावर नेता रहे पूर्व मंत्री के परिवार में उस वक्त सेंध मारी है जब अखिलेश यादव 12 अप्रैल को अर्चना वर्मा को उम्मीदवार घोषित कर चुके थे.

By अनुज शर्मा | April 23, 2023 8:25 PM

लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी ने शाहजहांपुर से समाजवादी पार्टी की महापौर पद की उम्मीदवार अर्चना वर्मा को अपने खेमे में शामिल कराकर निकाय चुनाव में समीकरण बदल दिए हैं. अर्चना वर्मा ने रविवार को बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ पर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकीं अर्चना वर्मा राजनीतिक परिवार से आती हैं.वह पूर्व मंत्री और सपा नेता राममूर्ति वर्मा की बहू हैं. शाहजहांपुर में पहली बार नगर निगम का चुनाव होने जा रहा है. पहले चुनाव में ही भाजपा ने राजनीतिक उलटफेर कर सियासी बढ़त हासिल कर ली.

भाजपाई होते ही अर्चना  ने कहा- सपा में गुटबाजी, भाजपा में सम्मान

भाजपा की सदस्यता लेने के बाद अर्चना वर्मा ने मीडिया से संक्षिप्त में यही कहा कि भाजपा में उनका सम्मान है. समाजवादी पार्टी में गुटबाजी हो रही थी. टिकट मिलने के बाद कुछ लोग उनको हराना चाहते थे. अर्चना वर्मा वर्ष 2005 में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गयी थी. उनके ससुर राममूर्ति वर्मा चार बार विधायक रहे थे. सपा सरकार में मंत्री भी थे. पति राजेश वर्मा 2022 में ददरौल सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं.

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सदस्यता ग्रहण करायी

अर्चना वर्मा को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सदस्यता ग्रहण करायी. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सहित कई भाजपा नेता की मौजूदगी थी. उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दोनों ने संवाददाता सम्मेलन कर बता दिया कि निकाय चुनाव में वह क्लीन स्वीप कर सपा को पटखनी देने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी. पार्टी ने एक तरह से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर मनोवैज्ञानिक दवाब डाल दिया है. सोमवार को नामांकन का अंतिम दिन है. अखिलेश यादव के पास अर्चना वर्मा का विकल्प तलाश करने के लिए एक रात का ही समय है.

दो साल पहले जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी ऐसे जीता

भाजपा ने पहली बार सपा को ऐसी पटखनी नहीं दी है. दो साल पहले जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव था. समाजवादी पार्टी से वीनू सिंह उम्मीदवार थे. ऐन वक्त पर सपा प्रत्याशी ने भाजपा की सदस्यता ले ली. भाजपा उम्मीदवार ममता यादव निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुन ली गयीं. अर्चना वर्मा रविवार की दोपहर दो बजे तक अपने आवास पर थी. सपा कार्यकर्ता भी उनके साथ चुनाव की चर्चा कर रहे थे. अचानक वह घर से निकलीं और भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंच गयीं.

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