आगरा हिंसा: ”योगी राज” में पुलिस के तेवर सख्त, 14 गिरफ्तार

आगरा : आगरा के सदर बाजार और फतेहपुर सीकरी थानों में शनिवार को हुई हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के सिलसिले में विभिन्न दक्षिणपंथी संगठनों से जुडे 14 लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया और 200 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. गोरखपुर में बोले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 24, 2017 9:22 AM

आगरा : आगरा के सदर बाजार और फतेहपुर सीकरी थानों में शनिवार को हुई हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के सिलसिले में विभिन्न दक्षिणपंथी संगठनों से जुडे 14 लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया और 200 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ.

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बजरंग दल, विश्व हिन्दु परिषद् और अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कल अपनी मांगों को लेकर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों के बदसलूकी की और पथराव किया. वे लोग अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों की कथित प्रताडना के आरोप में बंद पांच लोगों की रिहाई की मांग कर रहे थे.

पुलिस उपमहानिरीक्षक महेश मिश्रा ने बताया, शनिवरा को हुई हिंसा के सिलसिले में हमने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दक्षिणपंथी समूहों के 30 सदस्यों और 200 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. कथित रुप से इन लोगों ने कल सदर बाजार थाने में तोडफोड की है. इनपर लगे आरोपों में दंगा, अवैध तरीके से एकत्र होना, डकैती, सरकारी कर्मचारी को अपनी ड्यूटी करने से रोकना और आगजनी कर नुकसान पहुंचाना शामिल है.

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फतेहपुर सीकरी पुलिस ने रविवार सुबह फ्लैग मार्च भी निकाला. फतेहपुर सीकरी में कल दो समूहों के बीच हुए झगडे के बाद कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया था. इसके बाद दक्षिणपंथी समूहों के सदस्य हिरासत में लिये गये लोगों की रिहाई की मांग करते हुए थाने में जमा होने लगे. इस दौरान भीड ने एक वरिष्ठ अधिकारी सहित कुछ पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की और बाइक क्षतिग्रस्त कर दिया.

हिन्दुत्व संगठन के सदस्यों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने जब पथराव और पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी तो, हिरासत में लिये गए लोगों को फतेहपुर सीकरी थाने से सदर बाजार थाना लाया गया. अछनेरा के सर्किल अधिकारी रविकांत पाराशर को एक अज्ञात व्यक्ति ने थप्पड मारा और उनकी पिस्तौल छीनने का प्रयास किया. हालांकि भीड, सदर बाजार थाने के बाहर इकट्ठा हो गयी और हिरासत में लिए गए पांच लोगों को छोडने की मांग करते हुए एक उपनिरीक्षक की पिटाई कर दी तथा एक बाइक को आग लगा दी. इन प्रदर्शनकारियों के साथ भाजपा के एक विधायक भी कथित रुप से शामिल थे. हालांकि सूचना है कि संभवत: वह हिंसा शुरू होने से पहले ही मौके से चले गये थे.

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हिंसा के बाद पुलिस ने रविवार को बदमाशों के खिलाफ अभियान चलाया और दोषियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली है.

गौरतलब है कि घटना के कुछ ही देर पहले, उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख सुलखान सिंह ने पदभार संभालते हुए बदमाशों को सबक सिखाने का संकल्प लिया. आगरा में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने संकेत दिया है कि वे किसी दबाव में नहीं आएंगे और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी. उनका कहना है कि और लोगों की गिरफ्तारी संभव है.

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