शाहजहांपुर रैली: बोले पीएम मोदी – अविश्वास प्रस्ताव का कारण नहीं बता पाए तो लगा लिया गले

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को एक सप्ताह में दूसरी बार उत्तरप्रदेश पहुंचे और शाहजहांपुर में ‘किसान कल्याण रैली’ में शामिल हुए. रैली में जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पूर्व पीएम राजीव गांधी की बातों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वे कहते थे कि एक रुपये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 21, 2018 11:12 AM

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को एक सप्ताह में दूसरी बार उत्तरप्रदेश पहुंचे और शाहजहांपुर में ‘किसान कल्याण रैली’ में शामिल हुए. रैली में जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पूर्व पीएम राजीव गांधी की बातों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वे कहते थे कि एक रुपये का मात्र 15 पैसा ही लाभुकों तक पहुंच पाता है जबकि पंचायत से लेकर संसद तक उनका ही झंडा लहरता था.

पीएम मोदी ने कहा कि आखिर यह कौन सा पंजा था? आज जो घलियाली आंसू बहा रहे हैं, आपके लिए सोचने का उनके पास समय नहीं था. हमारी सरकार ने गन्ना किसानों 80% लाभ देने का निर्णय किया है. उन्हें सिर्फ प्रधानमंत्री की कुर्सी ही दिखायी देती है. देश का गरीब और किसान नहीं.

जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम बिजली के लिए काम कर रहे हैं और वे संसद में अविश्‍वास प्रस्ताव लेकर घूम रहे हैं. 2019 तक हम हर घर में बिजली पहुंचा देंगे. उन्होंने कहा कि मेरा गुनाह है कि मैं भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ रहा हूं. मेरा गुनाह यह है कि मैं परिवारवाद के खिलाफ लड़ रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैंने लाल बत्ती बंद कर दी. वे इस लाल बत्ती का प्रयोग शान दिखाने के लिए करते थे. विपक्ष की एकता पर उन्होंने कहा कि दल के साथ दल मिल रहे हैं और दलदल बना रहे हैं. इस दलदल में कमल ही खिलेगा.

#NoConfidenceMotion अविश्वास प्रस्ताव गिरने का 2019 के लिए क्या हैं चुनावी मायने?

कांग्रेस पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि साईकिल हो या हाथी किसी को भी बना लो साथी. शुक्रवार को संसद में हुए वाक्ये का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी पर उन्होंने निशाना साधा और कहा कि हमने पूछा कि अविश्वास का कारण क्या है? जब वो कारण नहीं बता पाए तो गले पड़ गये.

रैली में अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि शहीदों की नगरी शाहजहांपुर की जनता को मेरा प्रणाम. यहां के नौजवानों ने राष्ट्रनिर्माण में जो भूमिका निभाई है, वह पूरे देश को प्रेरणा देने वाली है. पिछले दिनों मुझे कई राज्यों में किसानों के बीच जाने का मौका मिला. वहां किसानों ने मुझे और भाजपा को आशीर्वाद दिया जिससे मैं अभिभूत हूं. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले कुछ गन्ना किसान मुझसे मिलने दिल्ली आये थे और मैंने उनसे कहा था कि जल्द ही गन्ना किसानों को एक खुशखबरी सुनने को मिलेगी और वही वादा निभाने मैं यहां आया हूं. कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि घड़ियाली आंसू बहाने वालों को किसानों के लिए निर्णय लेने की फुर्सत नहीं थी.

पीएम मोदी ने कहा कि देश के हर किसान के पसीने और श्रम का सम्मान हो, यही केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार की प्राथमिकता है. देश के करीब 5 करोड़ गन्ना किसान परिवारों के हित में हाल में अनेक फैसले लिये गये हैं. पहले की सरकारों ने जो हज़ारों करोड़ का बकाया छोड़ रखा था उसको निश्चित समय सीमा में निपटाया गया है. सरकार ने फैसला लिया कि गन्ने से सिर्फ चीनी ही पैदा ना हो बल्कि इससे गाड़ियों के लिए ईंधन भी बने. इसके लिए गन्ने से Ethanol बनाने और उसे पेट्रोल में मिक्स करने का निर्णय लिया गया.

मॉनसून सत्र : झप्पी, ठहाके और हंगामा… पढ़े संसद में हुए फुल ड्रामा को विस्‍तार से

पीएम मोदी ने कहा कि धान, मक्का, दाल और तेल वाली 14 फसलों के सरकारी मूल्य में 200 रुपये से 1800 रुपये की बढ़ोतरी इतिहास में पहले कभी नहीं हुई है. किसान को अगर पानी मिल जाए तो वह मिट्टी से सोना पैदा कर सकता है. हमने किसानों के खाते में सीधे पैसा ट्रांसफर कराया, जो पुराना बकाया है, वो लगातार कम हो रहा है. आने वाले दिनों में बकाए की भुगतान गति और तेज होने वाली है. गन्ने की पैदावार जब ज्यादा होती है तो किसानों का पैसा फंस जाता है. ऐसे में हमारी सरकार ने फैसला लिया है कि गन्ने से ऐथनॉल बनाने का काम किया जाएगा, इससे गाड़ी चलेगी.

उन्होंने आगे कहा कि इस बार ऐथेनॉल का उत्पादन 4 गुना तक बढ़ेगा. ऐथनॉल बनाने में कोई नयी तकनीक नहीं है. पिछली सरकार की नीयत ठीक नहीं थी. पिछली सरकार विदेशों से पेट्रोल लाती रही और यहां देश में किसान परेशान होते रहे.

पीएम मोदी के संबोधन के पहले सीएम योगी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि शाहजहांपुर में पीएम मोदी का मैं स्वागत करता हूं. यह किसानों की धरती है. पीएम मोदी ने 2014 में पीएम पद की शपथ लेने के बाद कई कल्याणकारी कार्य किये. आजादी के बाद से किसान कभी भी राजनीति का एजेंडा नहीं बने थे, लेकिन पहली बार इस सरकार ने ये बदला है. उन्होंने कहा कि पिछले 4 सालों के दौरान बिना किसी मजहब, जाति और धर्म को देखते हुए अनेक योजनाएं देश के हित के लिए लागू हुईं हैं. किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए कई योजनाएं चालू की गयी हैं.

Next Article

Exit mobile version