‘पद्मावत” के विरोध में बस में आग लगाने के मामले में 8 गिरफ्तार, अलीगढ़ में प्रदर्शित नहीं हुई फिल्म

गाजियाबाद : यूपी के गाजियाबाद में औद्योगिक क्षेत्र चार में एक गांव के निकट उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की एक बस को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि बस के चालक और परिचालक ने एक स्थानीय पार्षद सहित 30 लोगों के खिलाफ बुधवार की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 27, 2018 4:50 PM

गाजियाबाद : यूपी के गाजियाबाद में औद्योगिक क्षेत्र चार में एक गांव के निकट उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की एक बस को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि बस के चालक और परिचालक ने एक स्थानीय पार्षद सहित 30 लोगों के खिलाफ बुधवार की रात को झंडापुर गांव के निकट बस में आग लगाने को लेकर लिंक रोड थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. सहायक पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि पार्षद जयवीर सिंह को अपने सहयोगियों को ‘पद्मावत’ की रिलीज के खिलाफ कथित तौर पर बस में आग लगाने के लिए उकसाने के मामले में आरोपी बनाया गया है उन्होंने बताया कि सिंह अभी फरार हैं.

अलीगढ़ के किसी भी सिनेमाघर में प्रदर्शित नहीं हुई पद्मावत
अलीगढ़ : बॉलीवुड फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन के विरोध में कई संगठनों की धमकी के मद्देनजर अलीगढ़ जिले के किसी भी सिनेमाघर में इसका प्रदर्शन नहीं किया गया. शहर के जिले के किसी भी सिनेमाघर में पद्मावत नहीं दिखाये जाने के संबंध में सवाल करने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पांडे ने आज बताया कि फिल्म दिखाना या नहीं दिखाना पूरी तरह से सिनेमाघर मालिकों की मर्जी पर निर्भर करता है. पुलिस ने सिनेमाघरों के बाहर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये हैं. हालांकि, किसी भी सिनेमाघर मालिक ने हमसे अतिरिक्त सुरक्षा की मांग नहीं की.

क्षत्रिय महासभा के जिला समन्वयक संतोष कुमार सिंह ने जिले के सभी सिनेमाघर मालिकों को पद्मावत फिल्म का प्रदर्शन करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी है. सिंह ने कहा कि उसका संगठन पद्मावती फिल्म का प्रदर्शन करने जा रहे सिनेमाघरों पर पिछले दो दिनों से नजर रखे हुए है. उसने उन सभी सिनेमाघर मालिकों को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने फिल्म का प्रदर्शन किया तो अंजाम के लिए वे खुद जिम्मेदार होंगे. एक सिनेमाघर मालिक ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि वह अगले एक-दो दिन तक हालात पर नजर रखेंगे, उसके बाद फिल्म के प्रदर्शन को लेकर कोई निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि सिनेमाघर मालिक एक फिल्म के नाम पर जान-माल का जोखिम मोल नहीं लेना चाहते.

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