UP: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे कानपुर, 6 फुट ऊंचे मंच से भरी हुंकार

कानपुरः यूपी नगर नगर निकाय चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मंगलवार को सीएम योगी कानपुर आए. मुख्यमंत्री के आगमन के लिए निराला नगर रेलवे मैदान में हेलीपैड बनाया गया है. सीएम सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक उस्मानपुर स्थित कमर्शियल ग्राउंड में पहुंचेंगे.

By Prabhat Khabar | May 9, 2023 11:08 AM

कानपुरः यूपी नगर नगर निकाय चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर पहुचे. यहां पर उन्होंने महापौर प्रत्याशी प्रमिला पाण्डेय के समर्थन में चुनावी जनसभा की. मंच से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमकर सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने कानपुर के मतदाताओं को बीजेपी के पक्ष में वोट डालने के लिए मंत्र दिया. करीब 45 मिनट तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर में रुके.

उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के दूसरे चरण में आज प्रचार का आखिरी दिन है. महापौर प्रत्याशी के समर्थन में सीएम योगी आदित्यनाथ जनसभा के लिए कानपुर पहुचे. इस दौरान मुख्यमंत्री का मंत्रोच्चार के बीच मंच पर पहुंचते ही उनका स्वागत हुआ. मुख्यमंत्री गोरखपुर से स्पेशल विमान से कानपुर चकेरी एयरपोर्ट पहुंचे. यहां से वह हेलिकॉप्टर से निराला नगर स्थित रेलवे ग्राउंड में उतरे. इसके बाद बाई रोड कॉमर्शियल ग्राउंड स्थित जनसभा स्थल पर पहुंचे.

बता दें कि मुख्यमंत्री को साढ़े 11 बजे पहुंचना था, लेकिन तय कार्यक्रम के मुताबिक सीएम योगी पौन घंटे की देर से पहुंचे. यहां पर मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए सपा बसपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. मुख्यमंत्री की सभा मे करीब 50 हजार लोग शामिल हुए. जनसभा के बाद सीएम निराला नगर ग्राउंड से बांदा के लिए हेलिकॉप्टर से रवाना हुए.

भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में की जनसभा

कानपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महापौर प्रत्याशी प्रमिला पांडेय के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने जमकर समाजवादी पार्टी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कानपुर की पहचान टेक्सटाइल के नाम पर है. इसके साथ ही बड़े औधौगिक शहर मे कानपुर को जाना जाता है. पिछली सरकारों से कानपुर को जो उपेक्षा थी, वो किसी से भी छिपी नही है. मां गंगा जो हम सबकी आस्था, हमारी अश्मिता है. हम सबकी पहचान है. पिछली सरकारों के उपेक्षा के कारण अकेले सीसामऊ में 14 हजार करोड़ लीटर सीवर माँ गंगा में गिराकर उनके अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा करने का काम किया था. नमामि गंगे परियोजना जब शुरू हुई थी, तो समाजवादी सरकार ने दो वर्ष तक कुछ भी काम कराने में रुचि नहीं ली. जब से प्रदेश में बीजेपी की सरकार आई है तबसे मां गंगा में एक भी बूंद सीसामऊ नाले का सीवर नहीं गिरता है. उसे बन्द करके सेल्फी पाइंट में तब्दील कर पुनर्जीवन देने जा कार्य किया गया है.

रिपोर्टः आयुष तिवारी

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