गौ संरक्षण केंद्र बन गया किसानों के गले की फांस

नगरा : विकास खंड क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव में बना गौ संरक्षण केंद्र किसानों के गले की फांस बन गया है. कभी बछड़े की मौत से दुर्गंध तो कभी केंद्र मे लाये बछड़े किसानों की फसलों के नुकसान से किसान आजिज है. गांव के पांच दर्जन किसानों ने गुरुवार को जिलाधिकारी को पत्र भेजकर ध्यान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 24, 2020 6:43 AM

नगरा : विकास खंड क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव में बना गौ संरक्षण केंद्र किसानों के गले की फांस बन गया है. कभी बछड़े की मौत से दुर्गंध तो कभी केंद्र मे लाये बछड़े किसानों की फसलों के नुकसान से किसान आजिज है. गांव के पांच दर्जन किसानों ने गुरुवार को जिलाधिकारी को पत्र भेजकर ध्यान आकृष्ट कराया है.

नगरा विकास खंड अंतर्गत रघुनाथपुर गांव में गौ वंशों के लिए अस्थायी पशु आश्रय स्थल बनाया गया है, जहां छह दर्जन से ऊपर छुट्टा बछड़े केंद्र में थे , इस गांव के किसान अशोक कुमार सिंह, संतोष खरवार, रामाशीष यादव, आत्मा सिंह, कृपा शंकर सिंह, काशीनाथ सिंह आदि पांच दर्जन से ऊपर किसानों ने जिलाधिकारी बलिया को पत्र भेजकर शिकायत की है कि 13 जनवरी को रसड़ा पुलिस द्वारा विशालकाय गौ वंशीय बछड़े छोड़ दी है , यह बछड़े बाड को तोड़ कर रात में बाहर निकल जा रहे हैं और किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं , रातभर किसान जाग कर अपनी फसलों की रखवाली कर रहे हैं.
किसानो का आरोप है कि इसका असर किसानों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, वहीं मानसिक शांति एवं पारिवारिक जीवन प्रभावित हो रहा है. किसानों ने पक्की चहारदीवारी या दोहरे तिहरे बाड लगाने की मांग की है.

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