UP MLC Election Result: स्नातक व शिक्षक एमएलसी की 5 सीटों के लिए आज होगी मतगणना, सपा की नजर इस पर टिकी…

चुनाव में भाजपा और सपा के बीच मुख्य मुकाबला नजर आया. हालांकि शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में शिक्षक संघ भी अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाता दिखा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मतगणना आज सुबह आठ बजे से बरेली, झांसी, गोरखपुर और कानपुर में होगी.

By Sanjay Singh | February 2, 2023 6:57 AM

Lucknow: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की पांच सीटों पर हुए मतदान की आज मतगणना होगी. इनमें शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के 2 और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की 3 सीटों के नतीजे आएंगे. सत्तारूढ़ दल भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी सहित शिक्षक गुट ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं.

विधान परिषद में शिक्षक व स्नातक कोटे की पांच सीटों के लिए 30 जनवरी को हुए चुनाव में कुल 56.53 प्रतिशत मतदान हुआ. ये वोटिंग 39 जनपदों के 1064 मतदेय स्थलों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई. इनमें इलाहाबाद-झांसी खंड शिक्षक सीट पर सर्वाधिक 75.86 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं कानपुर खंड स्नातक सीट पर सबसे कम 40.93 प्रतिशत मतदान हुआ. पांच सीटों पर हुए चुनाव में कुल 63 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला आज बैलेट बाक्स खुलने के साथ होगा.

भाजपा और सपा के बीच मुख्य मुकाबला

इस चुनाव में भाजपा और सपा के बीच मुख्य मुकाबला नजर आया. हालांकि शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में शिक्षक संघ भी अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाता दिखा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मतगणना आज सुबह आठ बजे से बरेली, झांसी, गोरखपुर और कानपुर में होगी.

पांच सीटों पर हुआ मतदान प्रतिशत

  • गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक-43.19 प्रतिशत

  • कानपुर खंड स्नातक-40.93 प्रतिशत

  • बरेली-मुरादाबाद खंड स्नातक-53.72 प्रतिशत

  • इलाहाबाद-झांसी खंड शिक्षक-75.86 प्रतिशत

  • कानपुर खंड शिक्षक सीट-68.93 प्रतिशत

सपा इस तरह उच्च सदन में हो सकती है मजबूत

विधान परिषद में कुल 100 सदस्य हैं. नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी के लिए किसी भी राजनीतिक दल के पास इसमें से 10 प्रतिशत यानी 10 सीट होना जरूरी है. बीते वर्ष जुलाई में उच्च सदन के जिन 12 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हुआ था, उनमें समाजवादी पार्टी के भी थे.

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इसके बाद उच्च सदन में सिर्फ 9 सदस्य होने के कारण सपा का नेता प्रतिपक्ष का दर्जा हट गया. इसलिए सपा अगर एक सीट पर भी जीत दर्ज करने में कामयाब होती है, तो उच्च सदन में उसे नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी वापस मिल जाएगी. भी पांचों सीटों पर जीत का दावा किया है. विधान परिषद की इन पांच सीटों में तीन पर भाजपा के एमएलसी थे, जबकि शिक्षक सीट को लेकर एक पर चंदेल गुट और एक पर एके शर्मा गुट का कब्जा था.

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