Aligarh: अलीगढ़ में बनेगी ‘सोने की लंका’, घूमेगा रावण का सिर, नाभि से निकलेगी चिंगारी, भव्य होगी रामलीला

अलीगढ़ में इस बार रामलीला पूर्व के वर्षों की भांति गणेश पूजन के साथ शुरू हो गई है. इस बार रावण की सोने की लंका भी बनाई जाएगी. रावण दहन के समय उसका सिर भी घूमेगा. नाभि में वाण लगते ही नाभि और आंख से चिंगारी भी निकलेंगी.

By Prabhat Khabar | September 20, 2022 12:53 PM

Aligarh News: कोरोना काल के बाद इस बार अलीगढ़ में रामलीला पूर्व के वर्षों की भांति गणेश पूजन के साथ शुरू हो गई है. इस बार रावण की सोने की लंका (सोने की लंका की तरह दिखने वाली) भी बनाई जाएगी. रावण दहन के समय उसका सिर भी घूमेगा. नाभि में वाण लगते ही नाभि और आंख से चिंगारी भी निकलेंगी. अलीगढ़ में इस बार पहले से काफी भव्य और दिव्य होगी रामलीला.

अलीगढ़ में शुरू हुई रामलीला

अलीगढ़ में अचल ताल स्थित रामलीला मैदान में गणेश पूजन से रामलीला शुरू हो गई है. साथ में उद्योगपति धनजीत वाड्रा, विमल अग्रवाल, प्रवीन मंगला, विक्रांत गर्ग, अनिल सेंगर आदि ने मुकुट पूजन, अस्त्र शस्त्र पूजन किया. साथ ही पहले दिन सुंदरकांड का भी पाठ हुआ. रामलीला में इस बार सरयूपार लीला का मंचन नहीं होगा. रावण के पुतले का घूमता हुआ सिर दिखेगा. जब प्रभु श्री राम, रावण की नाभि में वाण चलाएंगे, तब रावण की नाभि और आंखों से चिंगारी निकलती हुई नजर आएगी. अलीगढ़ में इस बार रामलीला महोत्सव के अंतर्गत रावण की सोने की लंका भी बनाई जा रही है.

अलीगढ़ में 7 अक्टूबर तक चलेगी रामलीला

  • 20 सितंबर को श्री नारद मोह, भगवान विष्णु द्वारा नारद का अभिमान, नष्ट करना, रावण जन्म, रावण दिग्विजय लीला

  • 21 सितंबर को प्रभु श्री, राम लक्ष्मण भरत एवं शत्रुघ्न चारों भाइयों का जन्म, बधाइयां, खेल विधा, अध्ययन, श्री विश्वामित्र आगमन, ताड़का वध, सुबाहु, अहिल्या उद्धार लीला

  • 22 सितंबर को प्रभु श्रीराम जानकी के प्रथम मिलन की लीला, पुष्प वाटिका लीला, पार्वती जी द्वारा जानकी जी को आशीर्वाद, धनुष भंग, लक्ष्मण परशुराम संवाद

  • 23 सितंबर को श्री राम बारात सांय 5 बजे श्री टीकाराम मंदिर से चलकर रामलीला भवन जनकपुर पहुंचेगी

  • 24 सितंबर को श्री राम विवाह, कैकई का कोप, भवन में जाना, श्रीराम लक्ष्मण जानकी का वन गमन

  • 25 सितंबर को केवट लीला, सरयूपार लीला रात्रि 8 बजे

  • 26 सितंबर श्रीराम भारद्वाज मिलन, वाल्मीकि से मिलन, चित्रकूट विश्राम, दशरथ मरण, भरत जी का आगमन, भरत जी का श्रीराम जी के पास वन में जाना, प्रभु को मनाना, प्रभु की चरण पादुका का लाना

  • 27 सितंबर को श्री महाकाली जी का पूजन, जयंत लीला, भरत कूप, अनुसूया जी द्वारा जानकी जी को नारी धर्म का उपदेश देना, सरभंग, सुतीक्षण तथा अगस्त्यमुनि से मिलकर पंचवटी विश्राम, सूपरणखा नासिका अभंग

  • 28 सितंबर को खर दूषण, त्रिशरण वध, सीता हरण, जटायु मोक्ष

  • 29 सितंबर को शबरी प्रसंग, बाली सुग्रीव युद्ध प्रारंभ

  • 30 सितंबर को श्री हनुमान जी की सवारी साईं 5:00 बजे महावीर गंज से चलकर राम लीला भवन तक

  • 1 अक्टूबर को हनुमान मिलन, बाली वध, ऋतुओं का वर्णन, सीता की खोज में वानरों का जाना, हनुमान जी के द्वारा अशोक वाटिका का उखाड़ना, लंका दहन

  • 2 अक्टूबर को सेना द्वारा लंका की ओर कूच, विभीषण शरणागत, सुख सारण संवाद, सेतु बांध, रामेश्वर स्थापना

  • 3 अक्टूबर को अंगद रावण संवाद, लक्ष्मण शक्ति, हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाना

  • 4 अक्टूबर को कुंभकरण वध, मेघनाथ वध, सुलोचना सती, अहिरावण वध

  • 5 अक्टूबर को श्री राम रावण युद्ध, रावण वध, श्री राम जानकी मिलन

  • 6 अक्टूबर को श्री राम भरत मिला,प राज्याभिषेक लीला, सांस्कृतिक कार्यक्रम, मयूर नृत्य

  • 7 अक्टूबर को नगर भ्रमण रजा अवलोकन श्री राम जी का सिंहासन रात्रि 8:00 बजे रामलीला भवन से

रिपोर्ट- चमन शर्मा, अलीगढ़

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