एडीए बोर्ड की बैठक में पास हुआ राम मंदिर का नक्शा, 13000 वर्ग मीटर में होगा मंदिर निर्माण

अयोध्या में बने रहे श्रीराम मंदिर का नक्शा आज अयोध्या विकास प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. पास किये नक्शे के मुताबिक 274110 स्क्वायर मीटर एरिया खुला रहेगा और करीब 13000 वर्ग मीटर एरिया में मंदिर का निर्माण किया जायेगा. मतलब यह क्षेत्रफल कवर्ड रहेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2020 2:42 PM

अयोध्या में बने रहे श्रीराम मंदिर का नक्शा आज अयोध्या विकास प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. पास किये नक्शे के मुताबिक 274110 स्क्वायर मीटर एरिया खुला रहेगा और करीब 13000 वर्ग मीटर एरिया में मंदिर का निर्माण किया जायेगा. मतलब यह क्षेत्रफल कवर्ड रहेगा. इससे पहले आज अयोध्या विकास प्राधिकरण की बैठक आयोजित कि गयी थी जिसमें नक्शा पास होना था.

29 अगस्त को ही राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मंदिर के नक्शे और पूरे 70 एकड़ परिसर में होने वाले वर्क प्लान की पूरी जानकारी और उससे जुड़े कागजात की चार कॉपी अयोध्या विकास प्राधिकरण को दिया गया था. इसके बाद आज प्राधिकरण द्वारा नक्शे को स्वीकृति मिल गयी.

विकास प्राधिकरण ने पूरे नक्शे की जांच की है और नक्शा पास करने की फीस भी निर्धारित की है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे 70 एकड़ के प्लान के लिए नक्शा पास करने की फीस दो करोड़ 84 लाख रुपये रखी गयी है. आज होने वाली बैठक में प्राधिकरण द्वारा तय नक्शे की फीस पर भी मुहर लगेगी. नक्शा पास कराने की शुल्क का भुगतान राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को करना होगा.

इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम देख रहे न्यास के एक सदस्य ने बताया कि मंदिर का ढांचा भूकंप रोधी और हजार सालों तक प्राकृतिक आपदाओं को झेलने में सक्षम होगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर की नींव के स्तंभ उतने गहरे होंगे जितने नदियों पर बनने वाले पुलों के होते हैं जिससे मंदिर भूकंप रोधी होगा.

उन्होंने कहा कि मंदिर इतना मजबूत होगा कि हजार सालों तक प्राकृतिक आपदाओं को झेल सके. राय ने कहा कि मंदिर निर्माण का कार्य करने वाले कंपनी ‘लार्सन एंड टर्बो’ ने उन्हें बताया कि मंदिर के नींव की योजना जल्द ही तैयार हो जाएगी क्योंकि यह अंतिम चरण में है. उन्होंने कहा, हम तय शुल्क अदा करने के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण से योजना पारित करवाएंगे. हम किसी तरह की छूट नहीं चाहते.

Posted By: Pawan Singh

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