यूपी को भी मिलेगा आयुष का लाभ, सीएम योगी के क्षेत्र में बनेगा पहला विश्वविद्यालय, राष्ट्रपति करेंगे शिलान्यास

यूपी का पहला आयुष विश्वविद्यालय (Ayush University) गोरखपुर में बनने जा रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) 28 अगस्त को इसका शिलान्यास करेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2021 9:02 AM

UP First Ayush University : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) लोगों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए आयुष विश्वविद्यालय (Ayush University) खोलने जा रही है. गोरखपुर में प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय बनेगा. इसका शिलान्यास राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) 28 अगस्त को करेंगे.

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मुख्यमंत्री ने तैयारियों का लिया जायजा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने गुरुवार को गोरखपुर के विकासखंड भटहट के ग्राम पिपरी में आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के शिलान्यास समारोह हेतु तैयार कार्य योजना का अवलोकन कर सभी व्यवस्थाओं को पूर्व सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश

गोरखपुर से अयोध्या रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय का 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिलान्यास करेंगे. शिलान्यास समारोह भव्य होगा. इसके लिए तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए.

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52 एकड़ जमीन पर बना रहा आयुष विश्वविद्यालय

बता दें, गोरखपुर में 52 एकड़ जमीन पर प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण होने जा रहा है. इस विश्वविद्यालय में एक ही परिसर में आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथी तथा योग चिकित्सा की पढ़ाई एवं इस पर शोध कार्य होगा. इस विश्विविद्यालय स प्रदेश के आयुष विधा के 98 कॉलेज संबद्ध होंगे.


6 करोड़ से अधिक लोगों को मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से किए ट्वीट में कहा गया है, विश्वविद्यालय की स्थापना होने से पूर्वांचल के 6 करोड़ से अधिक लोगों को चिकित्सकीय सुविधाओं का एक और बेहतर विकल्प मिलेगा. विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य मार्च, 2023 तक पूर्ण किया जाना प्रस्तावित है.

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पढ़ाई के साथ होंगे शोध कार्य

यूपी के पहले आयुष विश्वविद्यालय में एक ही परिसर में आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथी और योग चिकित्सा की पढ़ाई व उस पर शोध कार्य होगा. विश्वविद्यालय के निर्माण से किसानों को भी काफी लाभ होगा. वह औषधीय खेती के लिए प्रेरित होंगे. इस विश्वविद्यालय में आयुष इंस्टिट्यूट और रिसर्च सेंटर भी होगा.

आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 299.87 करोड़ रुपये की डीपीआर कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने बनाई है. माना जा रहा है कि शिलान्यास के तुरंत बाद विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

Posted by : Achyut Kumar

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