Fact Check: पीने वालों के घर-घर पहुंचेगी शराब की पाइप लाइन, जानें क्या है खुराफातियों का नया कारनामा

क्या आपको पता है कि सरकार ने पीने वालों के लिए शराब की पाइपलाइन बिछवाने का फैसला लिया है? दरअसल, यह योजना पीएम ने नहीं बल्कि खुराफातियों ने लॉन्च की है. पीआईबी ने फैक्ट चैक कर इस योजना पर पहले तो मजे लिए फिर सच्चाई भी बता दी.

By Prabhat Khabar | July 19, 2022 11:26 AM

Lucknow News: सोशल मीडिया पर कब क्या वायरल हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. आए दिन फेक लिंक (Fake Link) के जरिए फ्रॉड (fraud) करने वालों से पीछा नहीं छूटा तो अब रोज पीने वालों के लिए आनन-फानन में एक नई योजना लॉन्च कर दी गई है. हद तो तब हो गई, जब इस फर्जी योजना से सीधे केंद्र सरकार को जोड़ दिया गया. और लिख दिया गया है कि प्रधानमंत्री ने पीने वालों के लिए शराब की पाइपलाइन बिछवाने का फैसला लिया है. खैर अच्छी बात ये है कि इन खुरापातियों की खैर खबर लेने के लिए पीआईबी (PIB) समय-समय पर फैक्ट चैक (Fact Check) करता रहता है.

भारत सरकार के नाम से खुराफातियों का नया कारनामा

दरअसल, सोशल मीडिया पर एक फॉर्म तेजी से वायरल हो रहा है. इस फॉर्म को खुराफातियों ने ठीक वैसे ही तैयार किया जैसे अन्य सरकारी फॉर्म होते हैं. फॉर्म के ऊपर सबसे पहले बाकायदा भारत सरकार लिखा गया है. इसके बाद लिखा है शराब की पाइप लाइन कनेक्शन हेतु आवेदन… इसके नीचे बड़े सरल शब्दों में लिखने की कोशिश की गई है, जैसा की हर चोर कोई न कोई गलती करता है, ये वाला भी हिंदी लिखने में गलती कर गया. फिर भी ऐसे लिखा गया है कि पीने वाले भी आसानी से समझ जाएं कि उनके लिए सरकार ने सच में कोई योजना चलाई है.

पढ़ें वायरल फॉर्म में क्या लिखा गया

वायरल फॉर्म में लिखा है कि, माननीय प्रधानमंत्री जी ने रोज पीने वालों के लिए शराब की पाइप लाइन का कनेक्शन देने का फैसला लिया है. जो भी अच्छुक हो वो 11 हजार के डिमांड ड्राफ्ट के साथ इस आवेदन पत्र को भरकार प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO Office) जमा करवाएं. आगे लिखा है कि आवेदन प्राप्त होने के एक महीने बाद निरीक्षण करके आवेदक के घर मीटर के साथ शराब की पाइप लाइन को जोड़ दिया जाएगा. बाद में खपत के अनुसार, बिल घर पर आएगा. नीचे आवेदन का नाम लिखने के लिए जगह छोड़ दी गई है. साथ ही एक फोटो के लिए भी जगह दी है.

PIB Fact Check फर्जी निकली खबर

इस फर्जी फॉर्म को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स तो मजे ले ही रहे हैं. साथ ही पीआईबी ने भी इसका पर्दाफाश करते-करते मजे ले लिए. पीआईबी ने लिखा है कि चिल गाइज. अपनी आशाओं को अब इतनी भी ऊंचाइयों पर मत ले जाइये. हालांकि, PIB Fact Check में खबर पूरी तरह से फर्जी पाई गई है.

Posted by Sohit Kumar

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