Varanasi: वाराणसी में पशु आहार फैक्ट्री में लगी आग, लाखों का माल जलकर राख, मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड

वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र में एक फैक्ट्री के कार्यालय में आग लगने से लाखों का सामान जलकर राख हो गया. हालांकि, स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया.

By Prabhat Khabar | June 22, 2022 2:38 PM

Varanasi News: सारनाथ थाना क्षेत्र के आशापुर स्थित पशु आहार की फैक्ट्री के कार्यालय में आग लगने से लाखों का सामान जलकर राख हो गया. वाराणसी के कारोबारी झुनझुनवाला की फैक्ट्री में आग कैसी लगी इसके कारणों के बार में पता नहीं चल सका है. आग लगते ही फैक्ट्री में मौजूद लोगों ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई. यहां रखे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य दस्तावेज जलकर राख हो गए. हालांकि, स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया.

पहले भी फैक्ट्री में लग चुकी है आग

यहां मौजूद लोगों के मुताबिक, यहां कई बार आग लग चुकी है. झुनझुनवाला का आग से पुराना नाता रहा है. हर साल इनके प्रतिष्ठान और कार्यालय में संदिग्ध परिस्थिति में आग लगती ही रहती है. इससे पहले भी कई बार आग लग चुकी है. वहीं इनके घर पर CBI की भी रेड पड़ चुकी है. बैंकिंग फ्रॉड के भी कई मामलों में इनके नाम रहे हैं.

10 कंप्यूटर और दर्जनों एयर कंडीशन जले

इस बार लगी आग में यहां रखे कई दस्तावेज समेत 10 कंप्यूटर और दर्जनों एयर कंडीशन भी जल गए हैं. आशापुर चौकी प्रभारी अखिलेश वर्मा के अनुसार, यह आग संदिग्ध परिस्थितियों में लगी. जानकारी के अनुसार, नाउपुर, बाबतपुर में पशु आहार की फैक्ट्री है. इसका कार्यालय आशापुर में भी है. इसके मालिक पारुतोष झुनझुनवाला और आशुतोष झुनझुनवाला हैं. इस कार्यालय का बिजली कनेक्शन कई वर्ष पूर्व कट गया था. कार्यालय संचालन के लिए जनरेटर से बिजली सप्लाई होती थी.

इसके पहले झुनझुनवाला का आयल मिल था. इसकी भूमि को एक बिल्डर को बेच दिया गया था. लगभग साढ़े तीन बिसवे में कार्यालय का संचालन हो रहा था. बाकी परिसर में तोड़फोड़ का काम चल रहा था. कार्यालय के स्टाफ अजय तिवारी ने बताया कि गार्ड ने सुबह साढ़े सात बजे बताया गया कि पशुआहार के कार्यालय में आग लग गई है. इसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.

रिपोर्ट- विपिन तिवारी

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