UP News: नूपुर शर्मा के बाद यति नरसिंहानंद के खिलाफ FIR, दिल्ली की जामा मस्जिद जाने का किया था ऐलान

Ghaziabad News: श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने 17 जून को एक धर्म विशेष की धार्मिक पुस्तकें लेकर दिल्ली की जामा मस्जिद जाने की बात कही थी. ऐसे में अब विवादित बयान को लेकर दिल्ली पुलिस ने नरसिंहानंद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

By Prabhat Khabar | June 9, 2022 2:09 PM

Ghaziabad News: पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए विवादित बयान का मामला बढ़ता ही जा रहा है. देश में बयान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी है. इस बीच विवादित बयानों से माहौल बिगाड़ने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा के बाद अब यति नरसिंहानंद और असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ केस दर्ज कर

दरअसल, श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने 17 जून को एक धर्म विशेष की धार्मिक पुस्तकें लेकर दिल्ली की जामा मस्जिद जाने की बात कही है. ऐसे में अब दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर नफरत भरे संदेश फैलाने के आरोप में गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

17 तारीख को जामा मस्जिद जाने का किया ऐलान

यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक वीडियो जारी कर 17 जून को जामा मस्जिद जाने का ऐलान किया था. उनका ये वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा. वीडियो में उन्होंने कहा था कि वो इस्लामिक किताबों को लेकर 17 तारीख को जामा मस्जिद जाएंगे. क्योंकि वहां बड़े-बड़े मौलाना मौजूद होते हैं. उन्होंने कहा कि, ‘मैं वहां उन लोगों को दिखाना चाहता हूं कि वे जिन बातों के लिए हमें फतवा देते हैं, वे सारी बातें उनकी किताबों में लिखी हुई हैं. इस ऐलान के बाद पुलिस-प्रशासन की ओर से सांप्रदायिक सद्भाव का हवाला देते हुए नोटिस जारी किया गया था.

कार्यक्रम रद्द करने को लेकर पुलिस ने जारी किया था नोटिस

यति नरसिंहानंद सरस्वती का बयान सामने आने के तुरंत बाद पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी किया था, नोटिस में कहा गया कि, विवादित बयान से विभिन्न समुदायों के बीच वैमनष्यता, ईर्षा फैलने की संभावना है. इसलिए आपसे अनुरोध है कि इस तरह के बयान न दें, अन्यता की स्थिति में आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जामा मस्जिद के दौरे से शांति व्यवस्था भंग हो सकती है, इसलिए आप 17 जून को प्रस्तावित कार्यक्रम को रद्द कर दें.

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