बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने होम लोन की ब्याज दर में किया बदलाव, मात्र 7.20% ब्‍याज पर मिलेगा कर्ज

बजाज हाउसिंग फाइनेंस होम लोन पात्रता के आधार पर 5 करोड़ रुपये या उससे ज्‍यादा का लोन 30 साल तक की पुनर्भुगतान अवधि के लिए देने की पेशकश कर रहा है. साथ ही, उधारकर्ताओं को ऑनलाइन आवेदन सुविधा, कम से कम डॉक्युमेंटेशन और डोरस्टेप पिक-अप सेवा के साथ बिना परेशानी वाली प्रोसेसिंग से भी फ़ायदा होगा.

By Prabhat Khabar | June 23, 2022 6:28 PM

Kanpur News: बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने अपने प्रोडक्ट्स के लिए ब्याज दर में बदलाव की घोषणा की है. वेतनभोगी और पेशेवर आवेदकों के लिए एचएफसी के होम लोन की ब्याज दरें अब 7.20 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होंगी. कंपनी का दावा है कि यह बाजार में उपलब्ध सबसे कम दरों में से एक है.

पहले एचएफसी में से एक

कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, यह लोन लेने वाला व्‍यक्‍त‍ि 1 लाख रुपये की मात्र 679 से शुरू होने वाली ईएमआई देगा. बजाज हाउसिंग फाइनेंस बाहरी बेंचमार्क से जुड़े होम लोन की पेशकश करने वाले पहले एचएफसी में से एक था. अपनी पहले की इंडस्ट्री-फर्स्ट पेशकश का विस्तार करते हुए कंपनी ने रेपो दर से जुड़े होम लोन के लिए अपनी ब्याज दर को संशोधित कर 7.30 फीसदी प्रतिवर्ष कर दिया है.

कम से कम डॉक्युमेंटेशन का दावा

कंपनी के मुताबिक, बजाज हाउसिंग फाइनेंस होम लोन पात्रता के आधार पर 5 करोड़ रुपये या उससे ज्‍यादा का लोन 30 साल तक की पुनर्भुगतान अवधि के लिए देने की पेशकश कर रहा है. साथ ही, उधारकर्ताओं को ऑनलाइन आवेदन सुविधा, कम से कम डॉक्युमेंटेशन और डोरस्टेप पिक-अप सेवा के साथ बिना परेशानी वाली प्रोसेसिंग से भी फ़ायदा होगा. मौजूदा होम लोन वाले ग्राहक भी होम लोन बैलेंस ट्रांसफर सुविधा का लाभ उठाकर कंपनी के होम लोन ऑफर का ज्‍यादा से ज्‍यादा लाभ उठा सकते हैं.

लोन ट्रांसफर करने पर होगा लाभ

उधार लेने वाला शख्‍स अपने होम लोन की शेष राशि बजाज हाउसिंग फाइनेंस को 7.35 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होने वाली ब्याज दरों पर ट्रांसफर कर सकते हैं. अपने होम लोन को ट्रांसफर करवाते समय उधार लेने वाले के पास पात्रता के आधार पर 1 करोड़ रुपये या उससे ज्‍यादा के टॉप-अप लोन का लाभ उठाने का विकल्प भी मिलता है. यह राशि बिना किसी एंड-यूज़ प्रतिबंध के आती है. इसका अर्थ यह है कि आप अपनी जरूरत के अनुसार इसे खर्च करने का विकल्प चुन सकते हैं.

रिपोर्ट : आयुष तिवारी

Next Article

Exit mobile version