Agra News: बारहवीं और स्नातक करने के बाद स्टार्टअप करना है शुरू, तो आगरा विवि से करें संपर्क

Agra News: अगर आप 12वीं या स्नातक कर चुके हैं और खुद का नया स्टार्टअप खोलना चाहते हैं. तो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आपको यह सुनहरा मौका दे रहा है. विश्वविद्यालय में संचालित विवेकानंद एजुकेशन फाउंडेशन आपके सपने को पूरा करेगा.

By Prabhat Khabar | January 5, 2023 8:18 PM

Agra News: अगर आप 12वीं या स्नातक कर चुके हैं और खुद का नया स्टार्टअप खोलना चाहते हैं. तो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आपको यह सुनहरा मौका दे रहा है. विश्वविद्यालय में संचालित विवेकानंद एजुकेशन फाउंडेशन आपके सपने को पूरा करेगा. इस फाउंडेशन में 10 सीटों की जगह है और जिसके लिए चयन प्रक्रिया रखी गई है.

योजना में आपका चयन होने पर स्टार्टअप के लिए प्रशिक्षण धनराशि और स्थान मुहैया कराया जाएगा. अभी तक इस योजना में 3 छात्रों ने पंजीकरण करा दिया है. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में संचालित विवेकानंद इंक्यूबेशन फाउंडेशन के नोडल प्रभारी प्रोफेसर वीके सारस्वत ने बताया कि जो भी छात्र अपना उद्यम स्टार्ट करना चाहते हैं. उन्हें उसका एक प्रोजेक्ट बनाकर यहां पर लाना होगा और उसके प्रोजेक्ट का अगर चयन होता है. तो उसको संचालन के लिए केंद्र में ही एक ऑफिस दिया जाएगा. जिसमें बिजली और वाईफाई की सुविधा भी रहती है. साथ ही उस व्यक्ति को विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाता है.

फाउंडेशन के सीईओ हेमंत वर्मा

फाउंडेशन के सीईओ हेमंत वर्मा के अनुसार इस योजना में चयन होने के बाद 1 साल तक 17 हजार 500 महीना और 5 लाख तक का अनुदान मिलता है. साथ ही देश में पेटेंट के लिए 2 लाख और इंटरनेशनल पेटेंट के लिए 10 लाख रुपये तक मिलेंगे. योजना में सीड कैपिटल एंड मार्केटिंग सिस्टम के लिए साढ़े सात लाख की सुविधा भी है. व राष्ट्रीय सेमिनार के लिए यहां 50 हजार और इंटरनेशनल सेमिनार में शामिल होने के लिए एक लाख का अनुदान भी मिलेगा.

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स्टार्टअप इंडिया पोर्टल

इस योजना में आवेदन करने वाले मदिया कटरा के अथर्व कुमार ने जानकारी दी कि स्टार्टअप इंडिया पोर्टल के जरिए उन्हें इसकी जानकारी मिली थी. वह आगरा में रहते हैं ऐसे में उन्हें सुविधा का लाभ मिला और लेबोरेटरी इक्विपमेंट एंड केमिकल ई मार्केट प्लेस के जरिए उन्होंने पंजीकरण कराया है. यह कार्य करने के लिए उन्हें ऑफिस के अलावा अन्य अनुदान भी मिल रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस फाउंडेशन की मदद से वह अपने सपनों को साकार कर सकेंगे.

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