पर्यावरणविद चाहते हैं गंगा घोषित हो विश्व विरासत

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्वच्छ गंगा’ अभियान को आगे बढाते हुए पर्यावरणविदों का एक समूह इस पवित्र नदी के उपरी हिस्से को विश्व विरासत घोषित करने के लिए यूनेस्को को राजी करने का प्रयास करेगा. पद्म पुरस्कार से सम्मानित पर्यावरणविद रंजीत भार्गव ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘मैंने केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को पहले ही […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 22, 2015 11:06 AM

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्वच्छ गंगा’ अभियान को आगे बढाते हुए पर्यावरणविदों का एक समूह इस पवित्र नदी के उपरी हिस्से को विश्व विरासत घोषित करने के लिए यूनेस्को को राजी करने का प्रयास करेगा.

पद्म पुरस्कार से सम्मानित पर्यावरणविद रंजीत भार्गव ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘मैंने केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को पहले ही पत्र लिखा है. अब हम प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखकर इस बारे में बात करने को कहेंगे.’’ पिछले 20 साल से गंगा सफाई अभियान से जुडे भार्गव ने कहा कि पिछले साल प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखे पत्र में उन्होंने कहा था कि जब तक गंगा की सफाई के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत पूर्ण अधिकार प्राप्त एजेंसी नहीं होगी, कोई फायदा नहीं है. गंगा पुनरुद्धार मंत्रालय इस कार्य में मदद करेगा.
भार्गव ने सुझाव दिया है कि गंगा की सफाई और पुनरुद्धार के लिए भूतपूर्व सैनिकों की ‘इको टास्क फोर्स यूनिट’ सहित टेरिटोरियल आर्मी डिवीजन बनायी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ कदम उठाये गये हैं लेकिन सुझावों पर अमल बाकी है.

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