उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू का कोई खतरा नहीं

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू संक्रमण को लेकर हो-हल्ले के बीच राज्य के औद्यानिकी विभाग का कहना है कि सूबे में इस बीमारी का कोई खतरा नहीं है और दूसरे प्रदेशों से अंडों तथा अन्य कुक्कुट उत्पादों का आयात रोके जाने के कारण प्रभावित हुए लोग बर्ड फ्लू की अफवाहें फैला रहे हैं. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 17, 2015 4:28 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू संक्रमण को लेकर हो-हल्ले के बीच राज्य के औद्यानिकी विभाग का कहना है कि सूबे में इस बीमारी का कोई खतरा नहीं है और दूसरे प्रदेशों से अंडों तथा अन्य कुक्कुट उत्पादों का आयात रोके जाने के कारण प्रभावित हुए लोग बर्ड फ्लू की अफवाहें फैला रहे हैं.

निदेशक (औद्योगिकी) डॉक्टर रद्र प्रताप ने आज यहां बातचीत में बर्ड फ्लू के संक्रमण के बारे में कहा, उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू का कोई खतरा नहीं है. अमेठी के जिन सात गांवों में संदिग्ध हालात में मुर्गे-मुर्गियों की मौत हुई थी, वहां सभी निरोधात्मक कदम उठाये जा रहे हैं. अमेठी में 833 मुर्गे-मुर्गियों, कबूतरों तथा बतखों को नष्ट किया जा चुका है और उनके पिंजडों को विसंक्रमित किया गया है. उन्होंने कहा कि अमेठी के उन गांवों में विभाग की एक टीम नजर रख रही है और बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए सभी वैज्ञानिक कदम उठाये जा रहे हैं.
लखनऊ के पड़ोस में स्थित बाराबंकी जिले में बर्ड फ्लू फैलने की मीडिया रिपोर्टों को कोरी अफवाह करार देते हुए प्रताप ने कहा, प्रदेश में कहीं भी बर्ड फ्लू नहीं फैला है. उन्होंने शक जाहिर करते हुए कहा कि बर्ड फ्लू संक्रमण की अफवाहें फैलाने के पीछे उन लोगों का हाथ है जो दूसरे राज्यों में कुक्कुट उत्पादों के कारोबार में शामिल हैं.
प्रताप ने कहा कि चूंकि राज्य सरकार ने अपने यहां के कुक्कुट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत फैसला लेते हुए दूसरे राज्यों से वे उत्पाद मंगाने पर पाबंदी लगा दी है, इसलिए अन्य प्रदेशों से आने वाले करोड़ों रुपये के अंडे तथा अन्य सामान के कारोबार पर रोक लग गयी है. दूसरे राज्यों में इस कारोबार में शामिल लोग बर्ड फ्लू की अफवाहें फैलाकर प्रदेश का कारोबार चौपट करके अपने लिए रास्ता बनाने की फिराक में हैं.

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