‘लाल डायरी’ पर लाल हुआ राजस्थान, बीजेपी ने किया जोरदार प्रदर्शन, कांग्रेस को पटकनी देने का लिया संकल्प

भ्रष्टाचार, महिलाओं की सुरक्षा समेत कई और मुद्दों को लेकर बीजेपी ने राजस्थान सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोल किया. बीजेपी कार्यकर्ता सभा करने के बाद सचिवालय घेराव करने के लिए निकले. इधर पुलिस ने नेताओं को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया.

By Pritish Sahay | August 1, 2023 4:19 PM

Rajasthan News: राजस्थान में बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं ने आज यानी मंगलवार को अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान बीजेपी के प्रदेशभर से आए हजारों कार्यकर्ताओं ने सचिवालय का घेराव किया. कई जगहों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. इधर, विरोध प्रदर्शन पर उतारु बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा के लिए लगाये बैरिकेड्स तोड़ दिए. वहीं, प्रदर्शन को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे बीजेपी के एक कार्यकर्ता के सिर में चोट आ गई. इस घटना कार्यकर्ता और भड़क गए. देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गया. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को काबू करने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया.

भ्रष्टाचार समेत अन्य मुद्दों को लेकर बीजेपी का प्रदर्शन
गौरतलब है कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व वाले प्रशासन में कथित भ्रष्टाचार, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, चरमराई कानून व्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ बीजेपी प्रदर्शन कर रही है. प्रदर्शन के तहत सचिवालय का घेराव करने पहुंची बीजेपी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने बेरिकेट्स लगाए, लेकिन जब कार्यकर्ता बेरिकेटिंग तोड़कर आगे बढ़े तो पुलिस ने लाठी चार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ नारे लगाये.

अगले चुनाव में कांग्रेस सत्ता से हो जाएगी कांग्रेसः  अरुण सिंह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और पार्टी की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सीपी जोशी समेत अन्य नेताओं ने महिलाओं के खिलाफ अपराध और प्रश्न पत्र लीक सहित कई मुद्दों को लेकर मंगलवार को राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला. उन्होंने लोगों से आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को जनादेश देने का आह्वान किया. राज्य सरकार के खिलाफ नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत जयपुर में आयोजित सचिवालय का घेराव कार्यक्रम के लिए कूच करने से पहले पार्टी कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस के शासन में जनता त्रस्त है, अपराध बढ़ गए हैं और भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हो रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि जनता अगले चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए तैयार है.

बीजेपी ने लगाया तुष्टिकरण का आरोप
इधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जोशी ने राज्य सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कथित लाल डायरी के बारे में लोगों को जवाब देना चाहिए. सभा के बाद राज्य भर से आए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत सचिवालय की ओर मार्च किया. गौरतलब है कि बीते दिनों मानसून सत्र के दौरान लाल डायरी का मुद्दा खूब छाया था. कांग्रेस नेता राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने विधानसभा में लाल डायरी पेश की थी. उन्होंने कहा था कि इस लाल डायरी में राजस्थान सरकार और उनके कई मंत्रियों के काले कारनामे दर्ज है.

बीजेपी के महान घेराव में छाई लाल डायरी
अपने सचिवालय घेराव से पहले बीजेपी ने प्रदेश मुख्यालय पर एक बड़ी सभा का आयोजन किया गया था.बीजेपी पार्टी की ओर से कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए हजारों की संख्या कुर्सी लगाये गये थे. बड़े पंडाल के अंदर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. वहीं, मंच पर बीजेपी की ओर से एक लाल डायरी  की बड़ी सी तस्वीर लगाई गई थी. इसी तस्वीर के सामने खड़े होकर बीजेपी नेताओं ने अपना संबोधन दिया. बीजेपी ने इसी मंच से कांग्रेस की गहलोत सरकार को प्रदेश से आगामी चुनावों में उखाड़ फेंकने की बात होगी.

क्या है लाल डायरी के राज
गौरतलब है कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कटाक्ष करने वाले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बर्खास्त कर दिया था. इसी के बाद अपनी पार्टी और सरकार से खफा गुढ़ा ने विधानसभा में लाल डायरी पेश करने की बात कही. पूर्व मंत्री गुढ़ा का दावा है कि यह लाल डायरी उन्हें राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान मिली थी. गुढ़ा का आरोप है कि सीएम अशोक गहलोत ने रेड के दौरान डायरी सुरक्षित करने के लिए उन्हें राठौड़ के घर जाने के लिए कहा था. गुढ़ा ने दावा किया कि कथित तौर पर राठौड़ की ओर से लिखी गई डायरी में विधायकों को दिए गए पैसे का विवरण है और अशोक गहलोत के साथ-साथ उनके बेटे वैभव गहलोत का भी उल्लेख है.