West singhbhum News : मालगाड़ी की चपेट में आया ट्रैकमैन, मौत
चाईबासा- पांड्राशाली सेक्शन के बीच ट्रैक पर पेट्रोलिंग कर रहा था ट्रैकमैन
चक्रधरपुर. चाईबासा- पांड्राशाली सेक्शन के बीच उनचुड़ी गांव के पास ट्रैक पर पेट्रोलिंग कर रहे ट्रैकमैन की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गयी. ट्रैकमैन की पहचान पांड्राशाली ओपी के भोया गांव निवासी नंदलाल गोप (48) के रूप में की गयी. घटना उनचुड़ी के पास थर्ड लाइन के पोल संख्या 305/ 25/27ए के पास घटी है. घटना मंगलवार सुबह करीब 6 बजे की है. घटना की जानकारी मिलने पर जीआरपी और ओपी पुलिस घटनास्थल पहुंची. इसके बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही उनके सहयोगी भी पहुंचे गये. बताया जाता है कि नंदलाल गोप का मालगाड़ी की चपेट में आने से एक हाथ काट गया और सिर में चोट लगी थी. सहयोगी कर्मियों ने बताया कि नंदलाल गोप मंगलवार सुबह पांच बजे ड्यूटी पर निकाला था. सुबह करीब 6 बजे पटरी के दोनों ओर से गुड्स ट्रेन आ रही थी. सुबह कुहासा होने के कारण वह समझ नहीं पाया. इसी क्रम में मालगाड़ी की चपेट में आ गया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. ट्रैकमैन की मौत से रेलकर्मियों में आक्रोश है. ट्रैकमेंटेनरों को सेफ्टी डिवाइस (रक्षक) दे रेलवे : चांद मोहम्मद ऑल इंडिया ट्रैक मेंटेनर यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष चांद मोहम्मद ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि मानव जीवन बहुमूल्य है. ट्रैक मेंटेनरों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी डिवाइस (रक्षक) जैसे आधुनिक उपकरण देने पर विचार करना चाहिये. ट्रैकमेंटेनर सच्चे बहादुर सिपाही की तरह ट्रैक की सुरक्षा कर रहे हैं. इससे रेल का सुरक्षित परिचालन हो रहा है. उन्होंने ट्रैकमेंनटरों को सुरक्षा देने पर विचार करना चाहिये. ताकि मानव जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. रेलकर्मियों की सुरक्षा पर ध्यान दे रेलवे : सियाराम कुमार ट्रैक मेंटेनर यूनियन के जोनल महामंत्री सियाराम कुमार ने कहा कि रेलवे में सबसे अधिक घटना इंजीनियरिंग विभाग में घटित हो रही है. रेलकर्मियों की सुरक्षा पर रेलवे ध्यान दे. रक्षक डिवाइस व पेट्रोलिंग बिट पर रेलवे गंभीरता से विचार करे. अन्यथा ऑल इंडिया रेलवे ट्रैक मेंटेनर यूनियन पूरे जोन में धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगी. छह माह में 6 ट्रैक मेंटेनरों की ट्रैक पर गयी जान चक्रधरपुर रेल मंडल में छह माह की आंकड़ा देखें तो अबतक 6 से अधिक ट्रैक मेंटेनरों की जान गयी है. रेलवे इस तरह की घटना रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. इससे ट्रैक मेंटेनरों में ड्यूटी को लेकर हताशा व निराशा देखी जा रही है. समय के साथ ट्रैकमेंटेनरों के काम में काफी परिवर्तन आ गया है. थर्ड लाइन, अप व डाउन (दोनों दिशाओं) की ट्रेनें चल रही हैं. इससे भी ट्रैक मेंटेनरों को ट्रेन की चपेट में आने की संभावना बनी रहती है. कर्तव्य का निर्वहन करते हुए 6 ट्रैकमैनों ने दम तोड़ा पांड्राशाली- नंदलाल गोप डांगुवापोसी – पवन कुमार आदित्यपुर – मनोज दास बिमलगढ़ – इतवा उरांव मनोहरपुर – विक्की कुमार कांड्रा – विष्केशन ग्वाला
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