अपने जीवन में व्यक्ति जो बोता व फैलाता है उसी की यादें अपने पीछे छोड़ जाता है: आचार्य डॉ पद्मराज स्वामी जी महाराज

अपने जीवन में व्यक्ति जो बोता व फैलाता है उसी की यादें अपने पीछे छोड़ जाता है

By VIKASH NATH | October 12, 2025 7:04 PM

ज्योतिष गुरुकुल, टुकुपानी में शीतल प्रसाद को दी गयी श्रद्धांजलि फोटो: 12 एसआईएम: 24- कार्यक्रम में उपस्थित स्वामी जी व श्रद्धालू प्रतिनिधि सिमडेगा. आचार्य पद्मराज ज्योतिष गुरुकुल टुकुपानी के सभागार में दिवंगत शिक्षाविद् शीतल प्रसाद जी की श्रद्धांजलि सभा हुई. मौके पर आचार्य डॉ पद्मराज स्वामी जी ने नवकार महामंत्र तथा गायत्री मंत्र के सामूहिक उच्चारण द्वारा मंगलाचरण कर मंगल भावना का सस्वर पारायण करवाया. उन्होंने शीतल प्रसाद जी की विशेषताओं का वर्णन करते हुए बताया कि वे सच्चे सत्संग प्रेमी थे. उन्होंने समाज की एकता और अखंडता में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. धर्म, समाज, साहित्य, कला इत्यादि क्षेत्रों में वे अपनी प्रत्येक भूमिका को अत्यंत ईमानदारी से निभाते रहे. उनके जन्म समय का अंक 3 है जो बताता है कि वे सात्विकता और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहे. वहीं पर उनके स्वर्ग गमन के समय का अंक 9 है और वह बताता है उनकी अग्रणी यात्रा उत्तरोत्तर विकास की ओर ही होगी और वे सिद्धालय की ओर अग्रसर होते रहेंगे. आचार्य जी ने उनके वियोग को समाज की अपूरणीय क्षति बताया. गुरुदेव जी ने शीतल प्रसाद जी के व्यक्तित्व की अनेक विशेषताओं का जिक्र करते हुए कामना की कि उनका पूरा परिवार अपने पिता के पदचिन्हों पर चलकर स्वस्थ समाज की संरचना में आगे बढ़े. मौके पर गुरुमां ने वैराग्य पूर्ण भजन के साथ कुछ संस्मरण भी सुनाये. इस दौरान बसंत प्रसाद, अमित रंजन, अजय वर्मा, प्रवीण जैन, विष्णु प्रसाद, जन्मेजय प्रसाद, दत्ता जी, अभिनंदन प्रसाद, राहुल प्रसाद, गोपाल दत्त जोशी, रेखा जी सहित अन्य लोगो ने शीतल प्रसाद जी की स्मृतियों को साझा करते हुए विभिन्न संस्मरण एवं प्रसंग सुनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. मौके पर सुधीर जैन, प्रदीप अग्रवाल, मनोज जैन, श्रीलाल साहू, शंभू कुमार, माया अग्रवाल, शकुंतला जैन एवं गुरुकुल महिला मंडल उपस्थित रहे.

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