सिमडेगा. केरसई प्रखंड कार्यालय के सभागार में मनरेगा से संबंधित बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई. बैठक का मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता लाने, जवाबदेही सुनिश्चित करने और गड़बड़ियों पर सख्त नियंत्रण स्थापित करने का निर्देश दिया गया. बीडीओ ने कहा कि मनरेगा का उद्देश्य ग्रामीणों को उनके गांव में ही सम्मानजनक रोजगार देना है. उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार, लापरवाही या गड़बड़ी पायी गयी, तो संबंधित कर्मियों के खिलाफ कठोर विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जायेगी. बैठक में इस बात पर खास ज़ोर दिया गया कि योजनाओं में बिचौलियों की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए. मजदूरों को पारिश्रमिक सीधे उनके बैंक खातों में और तय समय-सीमा के भीतर मिले.अंचलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी भी स्थान से बिचौलियों की शिकायत प्राप्त होती है, तो तुरंत जांच कर कठोर कार्रवाई की जायेगी. एइ व जेइ को निर्देशित किया गया कि वे सभी कार्यस्थलों की नियमित निगरानी करें. रोजगार सेवकों से कहा गया कि वह योजनाओं की जानकारी समय पर मजदूरों तक पहुंचाएं और भुगतान में किसी भी प्रकार की देरी न हो.
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