झारखंड : जानिए किसने कही ये बात, ”अब मुसलिम औरतें खोलेंगी पोल, तीन तलाक मोदी जी का शगूफा

सिमडेगा : तीन तलाक का मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शगूफा है. मोदी जी कहते हैं कि मुसलिम औरतें इस फैसले के साथ हैं, किंतु अब मुसलिम औरतें ही मोदी जी का पोल खोलेंगी. तीन तलाक के मामले में जो फैसला आया है, वह देश अस्थिर करने वाला है. ये बातें ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2018 1:37 AM
सिमडेगा : तीन तलाक का मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शगूफा है. मोदी जी कहते हैं कि मुसलिम औरतें इस फैसले के साथ हैं, किंतु अब मुसलिम औरतें ही मोदी जी का पोल खोलेंगी. तीन तलाक के मामले में जो फैसला आया है, वह देश अस्थिर करने वाला है. ये बातें ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ के जेनरल सेक्रेटरी सह इमारत-ए-शरीया फुलवारी शरीफ पटना के अमीर शरीयत मौलाना वली रहमान ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कही. उन्होंने कहा कि तीन तलाक मामले में मुसलिम औरतें मोरचा खोलने वाली हैं. देश के हर कोने में मुसलिम औरतें अपनी आवाज बुलंद करेंगी.
मौलाना रहमान ने कहा कि तीन तलाक कोई बड़ी चीज नहीं थी. इसे बड़ा बना दिया गया है. पूरे देश में अब तक मात्र दो हजार नौ सौ ही तलाक हुए हैं, जबकि 33 लाख मामले ऐसे हैं, जिसमें बिना तलाक के ही पति-पत्नी एक दूसरे को छोड़ चुके हैं. इसमें 32 लाख मामला गैर मुसलिम समाज है.
ऐसी स्थिति में तीन तलाक कोई बड़ी समस्या नहीं थी.उन्होंने दहशतगर्दी पर चर्चा करते हुए कहा कि दहशतगर्द मदरसे से नहीं पनपता है. लोगों का यह आरोप सरासर गलत है. आज बेकसूर लोगों को दहशतगर्द बता कर जेल में डाल दिया जा रहा है और बाद में उन्हें बाइज्जत बरी भी किया जाता है. शक के आधार पर गिरफ्तारी अच्छी बात नहीं है. मौलाना ने इमारत-ए-शरीया क्रियाकलापों की जानकारी देते हुए कहा कि इमारत-ए-शरीया की स्थापना 1921 में की गयी थी.
बिहार, ओड़िशा व झारखंड का क्षेत्र इसके दायरे में है. इमारत-ए-शरीया द्वारा लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाता है. इमारत-ए-शरीया बाढ़, सूखा एवं आगजनी आदि से पीड़ित लोगों को बड़े पैमाने पर सहायता प्रदान करने का काम करता है. उन्होंने कहा कि इमारत-ए- शरीया द्वारा शीघ्र आइटीआइ व अन्य शिक्षण संस्थान खोलने की योजना है, जिसमें गरीब बच्चों को तालीम दी जायेगी.

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