Seraikela Kharsawan News : जर्जर सड़कें, रफ्तार व लापरवाही से हर महीने औसतन 19 मौतें

सरायकेला-खरसावां. डरा रहे हैं सड़क हादसों में मौत के बढ़ते आंकड़े

By ATUL PATHAK | December 5, 2025 11:19 PM

खरसावां. सरायकेला-खरसावां जिले में जर्जर सड़कें, वाहनों की रफ्तार व चालकों की लापरवाही से प्रत्येक माह औसतन 19 लोगों की जान जा रही है. इस वर्ष जनवरी से नवंबर तक 11 माह में 231 दुर्घटनाओं में जिले में करीब 206 लोगों की मौत हो चुकी है. नवंबर माह में दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. हादसों में लोग अपनों को खो रहे हैं. जिले की कई सड़क गड्ढों से भरी हैं. वहीं, जहां अच्छी सड़क है, वहां वाहनों की रफ्तार व ओवरलोडिंग से हादसे हो रहे हैं. जिला प्रशासन के लिए हादसों पर अंकुश लगाना बड़ी चुनौती है. लगातार हादसों के बावजूद लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं.

वर्ष 2023 में 153 व 2024 में 173 की जान गयी:

जिले में वर्ष 2023 व 2024 के मुकाबले 2025 में सड़क हादसों में मौत बढ़ी है. वर्ष 2023 में 209 दुर्घटना में 153 लोगों की मौत हुई थी. वहीं वर्ष 2024 में दुर्घटनाओं में कुछ कमी आयी, लेकिन मौत का आंकड़ा बढ़कर 173 हो गया.

बाइकरों की स्टंटबाजी भी बड़ा खतरा

जिले में सड़क हादसों में वृद्धि का एक कारण युवाओं में बाइक पर स्टंट करना भी है. शाम होते ही कई सड़कों पर बाइकर्स खुलेआम स्टंट करते देखे जाते हैं. इससे दूसरे वाहन चालक को बी खतरा होता है. प्रेशर हॉर्न, तेज आवाज वाले साइलेंसर और ध्वनि प्रदूषण भी गंभीर समस्या हैं.

चिंताजनक : हादसों से सबक नहीं ले रहे लोग

जिले में बढ़ रहीं सड़क दुर्घटनाओं के बावजूद लोग ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. बिना हेलमेट बाइक चलाना, ट्रिपल राइडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइव जैसी लापरवाही के कारण हादसे बढ़ रहे हैं. खराब सड़कों के कारण दुर्घटना हो रही है. सरायकेला से आदित्यपुर, सरायकेला से चाईबासा, कांड्रा-चौका, हाता-राजनगर-चाईबासा व चांडिल के एनएच 33 व एनएच-32 में अक्सर दुर्घटनाएं हो रही हैं.

जिले में बीते आठ वर्षों में दुर्घटनाएं व मौत

वर्ष दुर्घटना मौत

2018182 121

2019 226 165

2020171 124

2021 181 145

2022 215 161

2023 209 153

2024 198 173

2025 231 206

वर्ष 2025 में दुर्घटनाओं में मौतें

माह मौतें

जनवरी15

फरवरी 20

मार्च21

अप्रैल 18

मई 20

जून 13

जुलाई 26

अगस्त19

सितंबर 12

अक्तूबर 17

नवंबर 25

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