अनुमंडलीय पुस्तकालय की 7490 पुस्तकें संवार रही बच्चों का भविष्य

- प्रतिदिन औसतन 150 छात्र-छात्राएं करते हैं अध्ययन

By Prabhat Khabar | April 28, 2024 5:17 PM

साहिबगंज. साहिबगंज शहर के मध्य टाउन हॉल परिसर में स्थित अनुमंडलीय पुस्तकालय साहिबगंज और आसपास के जिलों के छात्र-छात्राओं के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का बेहतर माध्यम साबित हो रहा है. 2017 में स्थापित इस अनुमंडलीय पुस्तकालय में प्रारंभिक दौर में ना तो इतनी पुस्तक उपलब्ध थीं और ना ही इस पुस्तकालय में विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते थे. 2021 में जिला शिक्षा अधीक्षक राजेश पासवान ने पुस्तकालय के प्रचार-प्रसार का कार्य प्रारंभ किया. शहर के विभिन्न स्थलों पर अनुमंडलीय पुस्तकालय को लेकर बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाये गये और परिणाम यह निकला कि आज प्रतिदिन 140 से 160 विद्यार्थी इस पुस्तकालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे हैं.

पुस्तकालय में प्रतियोगिताओं परीक्षा के तैयारी की पुस्तकें उपलब्ध

पुस्तकालय के वर्तमान पुस्तकालय अध्यक्ष संजय कुमार तिवारी बताते हैं कि इस पुस्तकालय को वर्ष 2021-22 में 7 लाख 60 हजार की राशि उपलब्ध करायी गयी, जबकि वर्ष 2022-23 में 11 लाख 63000 रुपये की राशि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी. इसके अलावा तत्कालीन उपायुक्त रामनिवास यादव के ने डीएमएफटी फंड से पांच लाख की राशि उपलब्ध करायी थी. लाइब्रेरियन संजय कुमार बताते हैं कि अब तक केवल इतनी ही राशि राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा इस पुस्तकालय को उपलब्ध करायी गयी है. उन्होंने बताया कि इस राशि से 7490 पुस्तक खरीदी गयी है, जिसमें यूपीएससी, जेपीएससी बैंकिंग, नीट, एसएससी सहित सभी प्रकार के प्रतियोगिताओं से संबंधित पुस्तकों की खरीदारी की गयी है. स

मय-समय पर होता रहा समय में परिवर्तन

प्रारंभ में इस पुस्तकालय में प्रातः 10 से 12 एवं अपराह्न 2 से 8:00 तक ही छात्र-छात्राएं अध्ययन कर पाते थे. बाद में छात्र-छात्राओं के अनुरोध पर तत्कालीन उपायुक्त रामनिवास यादव ने मार्च 2023 में पुस्तकालय के समय को परिवर्तित करते हुए सुबह 9:00 बजे से रात्रि 8:00 तक निर्धारित कर दिया. बाद में छात्रों की संख्या में निरंतर से बढ़ोतरी होती गयी और निर्धारित समय भी छात्र-छात्राओं के लिए कम पड़ने लगा. इसको देखते हुए वर्तमान उपायुक्त हेमंत सती ने पुस्तकालय का कार्यकाल प्रातः 6:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक लगातार निर्धारित कर दिया. यह व्यवस्था मार्च 2024 से प्रारंभ हुई, जो अब तक जारी है.

चार कर्मी के भरोसे है पुस्तकालय की देखरेख का जिम्मा

14 घंटा नियमित सेवा देने वाले इस पुस्तकालय का जिम्मा केवल चार कर्मी ही उठा रहे हैं. इसमें एक लाइब्रेरियन, एक सहायक लाइब्रेरियन के अलावे एक पुस्तक सोर्सिंग स्टाफ व एक कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल हैं. लाइब्रेरियन संजय कुमार तिवारी ने बताया कि वर्तमान उपायुक्त के मौखिक आदेश पर कार्यकाल को दो भागों में विभाजित कर दिया गया है. प्रत्येक भाग में दो कर्मी पुस्तकालय की देखभाल में लगे रहते हैं. उन्होंने बताया कि इन चार कर्मियों के अलावे एक नाइट गार्ड भी उपलब्ध है जो रात्रि में पुस्तकालय बंद होने से लेकर पुस्तकालय के खुलने तक की सुरक्षा व्यवस्था देखते हैं. इसके अलावा एक सफाई कमी है, जो नियमित रूप से पुस्तकालय एवं परिसर में स्थित शौचालय की साफ सफाई का ख्याल रखते हैं.

क्या-क्या हैं समस्याएं

अब तक लाखों छात्रों का भविष्य सवार चुकी इस पुस्तकालय में वैकल्पिक विद्युत व्यवस्था का समुचित प्रबंध नहीं है. बिजली नहीं रहने की स्थिति में पुस्तकालय में इनवर्टर के माध्यम से केवल लाइट जलायी जाती है. भीषण गर्मी में भी विद्युत आपूर्ति नहीं रहने पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पंखे नहीं चलाया जा सकते. इसके साथ ही पुस्तकालय में केवल एक शौचालय उपलब्ध है, जिससे यहां प्रतिदिन अध्ययन करने वाले सैकड़ों छात्र-छात्राओं को परेशानी होती है. पुस्तकालय में अध्यनरत छात्राओं का कहना है कि छात्राओं के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए. वहीं अध्ययनरत कई छात्र-छात्राओं ने बताया कि पुस्तकालय में सभी प्रकार की पुस्तक तो उपलब्ध है, परंतु गर्मी के दिनों में पेयजल की समुचित व्यवस्था पुस्तकालय में नहीं रहने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. छात्रों ने बताया कि पुस्तकालय में जो वॉटर प्यूरीफायर लगाया गया है, वह पूरी तरह से शुद्ध जल उपलब्ध कर पाने में कारगर नहीं दिख रहा है. लाइब्रेरी की व्यवस्था देख रहे लाइब्रेरियन संजय कुमार तिवारी ने दिन के लिए भी गार्ड के नियुक्ति की मांग की है. उनका कहना है कि दिन में सैकड़ों छात्र छात्राएं यहां पढ़ने आते हैं, जो साइकिल अथवा अन्य दो पहिया वाहन से आते हैं. ऐसे में इन छात्रों के वहां की सुरक्षा के लिए दिन के समय में भी एक गार्ड का होना आवश्यक है. लाइब्रेरियन संजय कुमार तिवारी ने बताया कि पुस्तकालय में प्रतिदिन चार अखबार तथा प्रतिमा 8 से 10 प्रतियोगी पत्रिकायें खरीदी जाती है, परंतु फंड के अभाव में विगत दिसंबर माह से अखबार एवं पत्रिका का भुगतान नहीं किया जा सका है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो जल्द ही अखबार और पत्रिकाएं आनी बंद हो सकती है.

पुस्तकालय कर्मियों का दिसंबर माह से बकाया है वेतन

पुस्तकालय कर्मियों ने बताया कि विगत दिसंबर माह से उन सभी का वेतन बकाया है. कर्मियों ने बताया कि नियमित सेवा के बावजूद समय पर वेतन नहीं मिलने से परिवार के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न होता है.

क्या कहते हैं छात्र-छात्रा

फोटो नं 28 एसबीजी 3 हैकैप्सन – रविवार को दिव्या कुमारीपुस्तकालय में घर से ज्यादा शांत और शैक्षणिक माहौल उपलब्ध है. यहां सभी प्रकार की प्रतियोगी पुस्तकें उपलब्ध है. बाकी सभी व्यवस्थाएं अच्छी है. केवल शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो जाए तो अच्छा होगा.

दिव्या कुमारी, छात्रा

साहिबगंज महाविद्यालय

फोटो नं 28 एसबीजी 4 हैकैप्सन – रविवार को सुमन कुमारअभी भीषण गर्मी पड़ रही है. बिजली कट जाती है, तो पुस्तकालय में सिर्फन लाइट की व्यवस्था होती है. पंखा नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. यहां पेयजल की समस्या भी बनी हुई है.

सुमन कुमार, छात्र

साहिबगंज महाविद्यालय

फोटो नं 28 एसबीजी 5 हैकैप्सन – रविवार को आनंद ठाकुरसाहिबगंज में बेहतर शैक्षणिक सुविधा के साथ अनुमंडलीय पुस्तकालय कार्य कर रहा है. इस पुस्तकालय में सभी तरह की पुस्तकें हैं, जो निम्न व मध्यम वर्गीय छात्र-छात्राओं के लिए बेहतर अवसर प्रदान करता है.

आनंद ठाकुर, शिव पहाड़ पतना

कहते हैं अधिकारी

फोटो नं 28 एसबीजी 6 हैकैप्सन – रविवार को संजय कुमारअनुमंडलीय पुस्तकालय से अब तक हजारों बच्चों ने अध्ययन कर अपना भविष्य संवारा है. यहां बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण कभी-कभी विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए इंतजार करना पड़ता है. संख्या के अनुरूप पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है.

संजय कुमार तिवारी, लाइब्रेरियन अनुमंडल पुस्तकालय साहिबगंज

फोटो नं 28 एसबीजी 7 हैकैप्सन – रविवार को कुमार हर्षवाचनालय में छात्र-छात्राओं की संख्या इन दिनों बढ़ रही है. इसको देखते हुए डीसी के निर्देशानुसार जल्द ही प्रथम तल में भी वाचनालय की व्यवस्था की जाएगी.

कुमार हर्ष, जिला शिक्षा पदाधिकारी

साहिबगंज

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