विभागीय प्रमुख ने निरीक्षण के बाद ठेकेदार को किया था भुगतान
विभागीय प्रमुख सुमन कुमार को 12 नवंबर की तारीख से एनके एरिया से रिलीज कर दिये जाने की चर्चा है.
डकरा. एनके एरिया के सीआईएसएफ काॅलोनी में बगैर काम किए ठेकेदार को लगभग 13 लाख रुपए भुगतान करने का मामला प्रभात खबर में छपने के बाद अप्रत्याशित रूप से विभागीय प्रमुख सुमन कुमार को 12 नवंबर की तारीख से एनके एरिया से रिलीज कर दिये जाने की चर्चा है. एनके एरिया में विवादित कार्यकाल के बीच में ही उनकी पदोन्नति महाप्रबंधक के पद पर पिछले महीने की गयी थी और एक सप्ताह पहले उनका तबादला बीसीसीएल कर दिया गया. चर्चा थी कि वे सीसीएल मुख्यालय जाना चाहते हैं, लेकिन अब बीसीसीएल के लिए रिलीज होने की बात कही जा रही है. बताते चलें कि सीआइएसएफ काॅलोनी में बगैर काम किए ठेकेदार को भुगतान करने के पहले सुमन कुमार ने स्वयं कार्यस्थल का निरीक्षण किया था. इसकी पुष्टि विभागीय लोगों के साथ-साथ काॅलोनी वालों ने भी की है. इस संबंध में सुमन कुमार का पक्ष जानने के लिए उन्हें वाट्स एप पर मैसेज किया गया, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया. इधर खबर पढ़ कर सीआईएसएफ पदाधिकारी भी हतप्रभ हैं. उनके बीच चर्चा है कि यह तो सरासर धोखा देने जैसा है. हमलोग जरूरत हिसाब से काम कराने का आग्रह करते हैं, लेकिन काम कराने की आड़ में अगर विभागीय अधिकारी ही बेइमानी पर उतर आये, तो अब हमलोगों को भी नया तरीका अपनाना होगा. डिप्टी कमांडेंट दिनेश कुमार ने बताया कि इस बारे में हमलोग सीसीएल प्रबंधन से पत्राचार कर होने वाले काम का डिटेल लेने के बाद अपने कमांड क्षेत्र में काम करने की अनुमति देंगे. इस मामले का खुलासा होने के बाद हाल के दिनों में सिविल, एक्सवेशन और ईएंडएम विभाग में हुए कई काम को लेकर दबी जुबान चर्चा शुरू हो गई है. जानकार बताते हैं कि सब कुछ बहुत संगठित रूप से किया जा रहा है.जांच हुई तो और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आयेंगे.
सब एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं
प्रभात खबर में खबर छपने के बाद इसमें शामिल लोग एक-दूसरे को दोषी ठहराने का प्रयास में लग गये हैं. सीसीएल सलाहकार समिति सदस्य कमलेश कुमार सिंह ने इसे एक गंभीर मामला बताया है. कहा कि इसकी जानकारी मुख्यालय के अधिकारियों सहित विजिलेंस विभाग को भी देकर जांच कर कार्रवाई की मांग की जाएगी. वहीं दूसरी ओर एनके एरिया सलाहकार समिति सदस्य सुनील कुमार सिंह ने भी मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
