कोरोना संदिग्ध की तस्वीर गेट में टांगने पर उपसचिव को शो-कॉज, संयुक्त सचिव ने नोटिस भेजा, मांगा जवाब

कोरोना के संदिग्ध की तस्वीर नेपाल हाउस सचिवालय के गेट पर लगवाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की उपसचिव सीमा कुमारी उदयपुरी को शो-कॉज किया गया है. वहीं संदिग्ध कर्मचारी पवन कुमार को भी शो-कॉज किया गया है.

By Pritish Sahay | March 19, 2020 12:44 AM

रांची : कोरोना के संदिग्ध की तस्वीर नेपाल हाउस सचिवालय के गेट पर लगवाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की उपसचिव सीमा कुमारी उदयपुरी को शो-कॉज किया गया है. वहीं संदिग्ध कर्मचारी पवन कुमार को भी शो-कॉज किया गया है. दोनों को ही प्रभात खबर में छपी खबर का हवाला देते हुए शो-कॉज किया गया है कि क्यों नहीं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये. दोनों से स्पष्टीकरण मांगा गया है.

विभाग के संयुक्त सचिव मनोज कुमार सिन्हा ने उपसचिव सीमा कुमारी उदयपुरी को नोटिस जारी करते हुए लिखा है कि आपके कंप्यूटर ऑपरेटर पवन कुमार द्वारा कोरोना की जांच से संबंधित डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के साथ अवकाश के लिए आवेदन समर्पित किये जाने के बाद मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को नहीं दी गयी, बल्कि नेपाल हाउस परिसर के मुख्य गेट पर सुरक्षा प्रहरी के माध्यम से उसकी तस्वीर टंगवा दी गयी. इस कारण पूरे विभाग की छवि धूमिल हुई है. आप स्पष्ट करें कि क्यों नहीं इसे कर्तव्य के प्रति गंभीर लापरवाही मानते हुए आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई हेतु अग्रतर कार्रवाई की जाये.

हालांकि उपसचिव ने विभाग को जवाब भी दे दिया है. उन्होंने अपने जवाब में लिखा है कि तस्वीर उन्होंने गेट पर नहीं टंगवायी थी. विभाग के अन्य पदाधिकारियों को जानकारी दी थी. वहीं एनएचएम के अनुबंध कर्मचारी पवन कुमार को जारी नोटिस में लिखा गया है कि आपने कोरोना संदिग्ध से संबंधित चिकित्सा पुर्जा के साथ अवकाश आवेदन विभाग को समर्पित किया, परंतु चिकित्सक द्वारा दी गयी सलाह के अनुसार स्वयं को आइसोलेशन में नहीं रखा तथा कोरोना की जांच नहीं करायी. दूसरी ओर आपने अगले ही दिन अपने को स्वस्थ हो जाने की सूचना प्रेस को दी.

इससे पता चलता है कि आपने कोरोना संदिग्ध की सूचना छुपाई या फिर कोरेनटाइन अवकाश की गलत मंशा से यह कार्य किया है. कार्यालय से यही बहाना बनाकर आप लगातार अनुपस्थित हैं. इस पूरे प्रकरण से विभाग की छवि धूमिल हुई है. पवन कुमार ने अपने जवाब में लिखा है कि वह बीमार था और डॉक्टर ने जो प्रिस्क्रिप्शन दिया था, उसे ही विभाग को दिया था, पर वह जब ठीक हो गया तो इसकी सूचना भी दी.

संदिग्ध कर्मचारी पवन कुमार को भी शो-कॉज किया गया, सचिव ने कार्रवाई का दिया था आदेश

प्रभात खबर में समाचार प्रकाशित होने के बाद विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी ने उक्त कर्मचारी पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था. साथ ही उपसचिव से स्पष्टीकरण पूछने का आदेश दिया था.

सचिवालय में छिड़काव किया गया : सचिव के आदेश के बाद सचिवालय परिसर को संक्रमण मुक्त करने के लिए छिड़काव किया गया. सबसे पहले मंत्री के कार्यालय में छिड़काव किया गया. इसके बाद अन्य विभागों में भी छिड़काव किया गया.

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