Ranchi News : बेथेसदा बीएड कॉलेज में सेमिनार
वर्तमान परिवेश में शिक्षण तथा एआइ के प्रभाव पर चर्चा
रांची. बेथेसदा महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में दो दिवसीय सेमिनार हारमोनाइजिंग सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड एडुकेशनल एक्सीलेंस इन एन एआइ ड्रिवेन वर्ल्ड रविवार को संपन्न हो गया. इस सेमिनार में आज के परिवेश में शिक्षण तथा एआइ के प्रभाव पर चर्चा की गयी. मुख्य वक्ता आरआइइ भुवनेश्वर के प्रो डॉ रमाकांत मोहिलक ने एआइ को लार्ज लैंग्वेज मॉलेड पर निर्मित टूल बताया. उन्होंने मैजिक स्कूल द्वारा विषय की योजना बनाने तथा एआइ असेसमेंट टूल के बारे में बताया. कहा कि आनेवाले समय में एआइ टूल/सॉफ्टवेयर बहुत सारे अप्लीकेशन को रिप्लेस कर देगा. प्रो रमाकांत ने मशीन लर्निंग, जेनरेटिव एआइ, डीप लर्निंग के उपयोग पर जोर दिया. पश्चिम बंगाल की डॉ श्वेता स्मिता सोय ने अॉनलाइन संबोधन में एआइ के महत्व के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एआइ द्वारा असेसमेंट, शिक्षण और सिखाने की प्रकिया कैसे आसान हो सकती है. डॉ इग्नेशियस टोपनो ने बताया कि शिक्षकों को दूरगामी दृष्टिकोण रखना चाहिए. आज के समय में एआइ एक चुनौती है, जिसके साथ हमें सामंजस्य बनाना है. सेमिनार को प्रियंका नुपूर मिंज, डॉ किरण कुमारी, डॉ फ्लोरेंस पूर्ति, डॉ अनुपमा भेंगरा सहित अन्य ने भी संबोधित किया.
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