Sarna Dharma Code : सरना धर्म कोड को लेकर पूरे राज्य में कल बनायी जायेगी मानव शृंखला

आदिवासियों के लिए जनगणना प्रपत्र में सरना कोड/ट्राइबल कॉलम को शामिल करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय आदिवासी इंडिजिनस धर्म समन्वय समिति भारत, जय आदिवासी केंद्रीय परिषद, आदिवासी छात्र मोर्चा व आदिवासी छात्र संघ के प्रतिनिधियों की बैठक नगड़ी टोली स्थित सरना भवन में हुई.

By Prabhat Khabar | September 19, 2020 9:20 AM

रांची : आदिवासियों के लिए जनगणना प्रपत्र में सरना कोड/ट्राइबल कॉलम को शामिल करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय आदिवासी इंडिजिनस धर्म समन्वय समिति भारत, जय आदिवासी केंद्रीय परिषद, आदिवासी छात्र मोर्चा व आदिवासी छात्र संघ के प्रतिनिधियों की बैठक नगड़ी टोली स्थित सरना भवन में हुई. इसमें कहा गया कि 20 सितंबर को पूरे राज्य में मानव शृंखला बनायी जायेगी, इसमें बड़ी संख्या मेें आदिवासी और मूलवासी शामिल रहेंगे. सभी विधायकों से अपील है कि जहां भी लोगों का जत्था देखें, वहां शामिल होकर सम​र्थन करें. नहीं तो उन्हें आदिवासी सरना धर्म विरोधी माना जायेगा और उनका बहिष्कार किया जायेगा.

निरंजना हेरेंज टोप्पो ने बताया कि मानव शृंखला के लिए सभी धर्म के लोगों से समर्थन मांगा गया है. बैठक में अरविंद उरांव, अजय टोप्पो, हलदर चंदन पाहन, सरजन हंसदा, संजय महली, मुन्ना टोप्पो, फूलचंद तिर्की, भुवनेश्वर लोहरा, करमा कमल लिंडा, बाबूलाल महली, धनेश्वर टोप्पो, गीता बेक, सुखराम कच्छप, सुनीता कच्छप, अशोक लोहरा, गोविंद टोप्पो, संजय खलखो, गीता लकड़ा, राजू लकड़ा, सरिता उरांव, उर्मिला भगत, कलिका गाड़ी, मंजुला टोप्पो, सुरेंद्र लिंडा, राजकुमार कुंजाम आदि शामिल थे.

धरना पर बैठे एसीएस को पुलिस ने हटाया : आदिवासी छात्र संघ (एसीएस) ने सरना धर्म कोड, 1932 खतियान के आधार पर स्थानीयता नीति, झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल 2020 वापस लेने आदि मुद्दों को लेकर बिरसा चौक पर धरना प्रदर्शन किया. कुछ समय के बाद पुलिस ने छात्रों को वहां से हटा दिया.

बड़ी संंख्या में छात्र रिंग रोड, कटहल मोड़ और एचइसी गोल चक्कर के पास ही रोक दिया गया था. इस धरना प्रदर्शन में विभिन्न जिलों के छात्र शामिल हुए. मौके पर अध्यक्ष सुशील उरांव, प्रभात तिर्की, सुमित उरांव ने छात्रों को संबोधित किया.कार्यक्रम में रंजीत उराव, छोटेलाल करमाली, दुबराज मुंडा, सुनील मुंडा, रमेश मुंडा समेत कई छात्र शामिल थे.

Post by : Pritish Sahay

Next Article

Exit mobile version