मोदी सरकार ने झारखंड को दी सौगात, 5271 करोड़ की रेल परियोजनाओं से सरपट दौड़ेगी ट्रेन

रांची मंडल रेल कार्यालय सभागार में प्रदीप गुप्ता ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत 57 स्टेशनों का चयन किया गया है. इसमें से धनबाद, जसीडीह, हटिया, टाटानगर स्टेशन के लिए टेक्नो-इकॉनोमिक फिजीबिलटी स्टडी शुरू हो चुका है. इन 57 स्टेशनों के विकास पर सरकार 444 करोड़ रुपये खर्च करेगी.

By Mithilesh Jha | February 3, 2023 10:55 PM

भारत सरकार के अमृतकाल के पहले बजट में झारखंड को 5,271 करोड़ रुपये की सौगात मिली है. दक्षिण पूर्व रेलवे रांची मंडल के मंडल रेल प्रबंधक प्रदीप गुप्ता ने यह जानकारी दी है. श्री गुप्ता ने बताया कि नयी रेल लाइन बिछाने, रेल लाइन के डबलिंग और गेज कन्वर्जन की 36 परियोजनाएं झारखंड के हिस्से आयी है. इन 36 परियोजनाओं में 2,906 किलोमीटर लाइन को कवर किया जायेगा.

अमृत भारत स्टेशन स्कीम में झारखंड के 57 स्टेशन

हटिया स्थित मंडल रेल कार्यालय सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदीप गुप्ता ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत झारखंड के 57 स्टेशनों का चयन किया गया है. इसमें से धनबाद, जसीडीह, हटिया, टाटानगर स्टेशन के लिए टेक्नो-इकॉनोमिक फिजीबिलटी स्टडी शुरू हो चुका है. इन 57 स्टेशनों के विकास पर सरकार 444 करोड़ रुपये खर्च करेगी. 6 सितंबर 2022 को इसका टेंडर फाइनल हो चुका है.

मोदी सरकार ने मनमोहन सरकार से 11 गुणा ज्यादा बजट दिया

उन्होंने बताया कि वर्ष 2009 से 2014 के बीच सरकार ने 457 करोड़ रुपये का बजट दिया था, लेकिन वर्ष 2023-24 के बजट में 5,271 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो 11 गुणा अधिक है. उन्होंने बताया कि 3,458 किलोमीटर मार्ग पर 72 सर्वे का काम चल रहा है. वर्ष 2014 से अब तक 370 रेलवे ओवर ब्रिज और अंडरब्रिज बनाये गये हैं.

Also Read: झारखंड के रेल यात्रियों के लिए बुरी खबर, धनबाद-एर्नाकुलम एक्सप्रेस को नहीं मिला विस्तार
नयी लाइन से जुड़ी परियोजना और उसका खर्च

  • एनर्जी कॉरिडोर को जोड़ने वाली नयी लाइन (अंब्रेला 23-24) – 284 करोड़ रुपये

  • जनजातीय गौरव कॉरिडोर (अंब्रेला 23-24) – 284 करोड़ रुपये

  • कोडरमा-तिलैया – 275 करोड़ रुपये

  • पीरपैंती-जसीडीह – 151.5 करोड़ रुपये

  • चितरा-बासुकिनाथ – 100 करोड़

  • हंसडीहा-गोड्डा – 55.1 करोड़

  • झाझा-बटिया – 50 करोड़ रुपये

  • कोडरमा-रांची – 45 करोड़ रुपये

  • गया-बोधगया-चतरा, गया-नटेसर (नालंदा) – 22 करोड़ रुपये

  • रामपुरहाट-मंदारहिल वाया दुमका (130 किलोमीटर), रामपुरहाट-मुराराई (29.48 किलोमीटर) तीसरी लाइन के साथ

  • गोड्डा-पाकुड़ – 1 करोड़

  • पारसनाथ-मधुबन-गिरिडीह नयी लाइन – 0.01 करोड़ रुपये

रेल लाइन का दोहरीकरण

  • धनबाद-सोननगर के बीच तीसरी लाइन – 450 करोड़ रुपये

  • रमना-सिंगरौली – 412.8 करोड़ रुपये

  • बंडामुंडा-रांची – 309 करोड़ रुपये

  • खड़गपुर-आदित्यपुर तीसरी लाइन – 300 करोड़ रुपये

  • जीएमओ-डीएन ट्रेनों के लिए फ्लाईओवर – 125 करोड़ रुपये

  • गढ़वा रोड में आरओआर फ्लाईओवर – 90 करोड़ रुपये

  • हटिया/रांची को बाईपास करने के लिए वाई कनेक्शन के साथ लोधमा और पिस्का के बीच लिंक लाइन – 60 करोड़ रुपये

  • आग से प्रभावित धनबाद-चंद्रपुरा लाइन को स्थायी रूप से जोड़ने के लिए भोजुडीह-तालगड़िया स्टेशन के बीच रेल लाइन का दोहरीकरण – 60 करोड़ रुपये

  • आद्रा डिवीजन में तालगड़िया से बोकारो एन/केबिन सेक्शन (कुल 32+6 = 38 किलोमीटर) – 52 करोड़ रुपये

  • चांडिल-अनारा-बर्नपुर रेल खंड पर नीमडीह, उरमा, तमना, चार्रा और बगलिया स्टेशनों (125 किलोमीटर) के लिए अतिरिक्त लूपलाइन के साथ तीसरे लाइन का प्रावधान – 15 करोड़ रुपये

  • मधुपुर बाईपास लाइन – 15 करोड़ रुपये

  • रांची रोड-पतरातू – 10 करोड़ रुपये

  • मनोहरपुर-बंडामुंडा तीसरी लाइन (30 किलोमीटर) – 8 करोड़ रुपये

  • साहिबगंज-पीरपैंती – 6.2 करोड़ रुपये

  • गढ़वा रोड-रमना (32.32 किलोमीटर) – 4 करोड़ रुपये

  • चक्रधरपुर-गोइलकेरा तीसरी लाइन – 3.2 करोड़ रुपये

  • दानिया-रांची रोड (25.2 किलोमीटर) 1.5 करोड़ रुपये

  • राजखरसावां-चक्रधरपुर तीसरी लाइन (20 किलोमीटर) – 1 करोड़ रुपये

  • जारंगडीह-दानिया पैच दोहरीकरण (29.2 किलोमीटर) – 1 करोड़ रुपये

नयी लाइन से जुड़ी परियोजनाएं

  • एनर्जी कॉरिडोर को जोड़ने के लिए नयी लाइन (अंब्रेला 23-24) – 284 करोड़ रुपये

  • जनजातीय गौरव कॉरिडोर (अंब्रेला 23-24) – 284 करोड़ रुपये

  • कोडरमा-तिलैया – 275 करोड़ रुपये

  • पीरपैंती-जसीडीह – 151.5 करोड़ रुपये

  • चितरा-बासुकिनाथ – 100 करोड़ रुपये

  • हंसडीहा-गोड्डा – 55.1 करोड़ रुपये

  • झाझा-बाटिया – 50 करोड़ रुपये

  • कोडरमा-रांची – 45 करोड़ रुपये

  • गया-बोधगया-चतरा, गया-नटेसर (नालंदा) – 22 करोड़ रुपये

  • गया-डालटेनगंज वाया रफीगंज – 20 करोड़ रुपये

  • रामपुरहाट-मंदारहिल वाया दुमका (130 किलोमीटर) रामपुरहाट-मुराराई (29.48 किलोमीटर) तीसरी लाइन – 11.3 करोड़ रुपये

  • गोड्डा-पाकुड़ – 1 करोड़ रुपये

  • पारसनाथ-मधुबन-गिरिडीह नयी लाइन 0.01 करोड़ रुपये

USOF स्कीम

  • ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गयी USOF स्कीम के तहत झारखंड में निम्न काम किये गये :

  • वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी – सभी 816 इलाकों में मोबाइल सेवा पहुंच गयी है. अब इसे 4जी में अपग्रेड किया जा रहा है.

  • वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी – फेज-2 में 450 केंद्रों पर काम चल रहा है.

  • आकांक्षी जिलों के जिन गांवों में अब तक 4जी मोबाइल सेवा नहीं पहुंचीं हैं, ऐसे 827 गांवों में इंटरनेट सेवा पहुंचाने का काम चल रहा है.

  • 1616 गांवों में 4जी मोबाइल सेवा पहुंचा दी गयी है.

  • 4,295 ग्राम पंचायतों में से 4,307 को भारत नेट परियोजना से जोड़ दिया गया है.

  • भारत नेत परियोजना से 31,141 गांवों (पंचायतों को छोड़कर) को जोड़ा जायेगा.

  • वर्ष 2023-24 के लिए कुल 4,559 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है.

अमृत भारत स्टेशन योजना के लिए चयनित झारखंड के स्टेशन

  • बालसिरिंग

  • बानो

  • बड़ाजामदा जंक्शन

  • बरकाकाना

  • बासुकिनाथ

  • भागा

  • बोकारो स्टील सिटी

  • चाईबासा

  • चक्रधरपुर

  • चांडिल

  • चंद्रपुरा

  • डालटेनगंज

  • डंगवापोसी

  • देवघर

  • धनबाद

  • दुमका

  • गम्हरिया

  • गंगाघाट

  • गढ़वा रोड

  • गढ़वा टाउन

  • घाटशिला

  • गिरिडीह

  • गोड्डा

  • गोविंदपुर रोड

  • हैदरनगर

  • हटिया

  • हजारीबाग रोड

  • जामताड़ा

  • जपला

  • जसीडीह

  • कतरासगढ़

  • कोडरमा

  • कुमारढुबी

  • लातेहार

  • लोहरदगा

  • मधुपुर

  • मनोहरपुर

  • मोहम्मदगंज

  • मूरी

  • नेताजी सुभाष चंद्र बोस गोमो

  • नगरउंटारी

  • नामकुम

  • ओरगा

  • पाकुड़

  • पारसनाथ

  • पिस्का

  • राजखरसावां

  • राजमहल

  • रामगढ़ कैंट

  • रांची

  • साहिबगंज

  • शंकरपुर

  • सिल्ली

  • सीनी

  • टाटानगर

  • टाटीसिल्वे

  • विद्यासागर