Ranchi news : सरकारी स्कूलों में मासिक परीक्षा का अंक अब फाइनल रिजल्ट में जुड़ेगा
प्रतिमाह होगी 20 अंकों की परीक्षा, दो माह का औसत अंक रिजल्ट में जुड़ेगा. जेसीइआरटी ने परीक्षा व अंक निर्धारण को लेकर जिलों को भेजा पत्र.
रांची. राज्य के सरकारी स्कूलों में अब साप्ताहिक नहीं, मासिक जांच परीक्षा होगी. मासिक परीक्षा के प्राप्तांक का वेटेज विद्यार्थियों को एसए वन (अर्द्ध वार्षिक परीक्षा) व एसए टू (वार्षिक परीक्षा) में दिया जायेगा. मासिक परीक्षा के प्रारूप व अंक के वेटेज के निर्धारण को लेकर जेसीइआरटी ने सभी जिलों को पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि कक्षा एक से आठ में विद्यालयों द्वारा आयोजित की जानेवाली लगातार दो माह की मासिक जांच परीक्षा में विद्यार्थियों के विषयवार प्राप्तांक के औसत को सावधिक मूल्यांकन परीक्षा में 20 अंक का आधार माना जायेगा.
डायट के माध्यम से होगी परीक्षा
मासिक परीक्षा राज्य के सभी कोटि के सरकारी, गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) मॉडल स्कूल, 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालय, उच्च विद्यालय व प्लस टू विद्यालय में होगी. मासिक परीक्षा का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के माध्यम से जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक व अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की निगरानी में किया जायेगा. मासिक जांच परीक्षा में 50 फीसदी प्रश्न वस्तुनिष्ठ व 50 फीसदी प्रश्न विषयनिष्ठ होंगे. मासिक परीक्षा के अंक का वेटेज कक्षा एक से सात तक की परीक्षा में भी दिया जायेगा. कक्षा आठवीं से 12वीं तक की बोर्ड परीक्षा के आंतरिक मूल्यांकन के अंक का निर्धारण जैक द्वारा तय गाइडलाइन के अनुरूप ही होगा.
कक्षा तीन से आठवीं तक 10 प्रश्न पूछे जायेंगे
कक्षा एक व दो के बच्चों की परीक्षा मौखिक होगी. बच्चों से पांच मौखिक प्रश्न पूछे जायेंगे. सभी प्रश्नों के लिए पांच अंक निर्धारित किये गये हैं. कक्षा तीन से आठवीं तक के बच्चों से कुल 10 प्रश्न पूछे जायेंगे. इनमें पांच प्रश्न एक-एक अंक के होंगे. दो प्रश्न दो-दो अंक के, एक प्रश्न तीन अंक के व दो प्रश्न चार-चार अंकों के पूछे जायेंगे. कक्षा नौवीं व 12वीं तक के विद्यार्थियों से मासिक परीक्षा में कुल 12 प्रश्न पूछे जायेंगे. इनमें चार प्रश्न दो-दो अंक के, दो प्रश्न तीन-तीन अंक के व छह प्रश्न एक-एक अंक के होंगे.रिजल्ट के आधार पर चलेगी विशेष कक्षा
मासिक जांच परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने को लेकर जिलों को विस्तृत दिशा-निर्देश भेजा गया है. परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले विद्यार्थियों को प्रार्थना सभा में विद्यालय स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा. इसके अलावा औसत से निम्न प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के लिए अलग से आवश्यकता के अनुरूप कक्षा संचालन करने का निर्देश दिया गया है. ऐसे बच्चों की पढ़ाई की प्रगति की नियमित समीक्षा भी करने को कहा गया है. विद्यालयों को मासिक जांच परीक्षा के बाद इसकी रिपोर्ट भी देने का निर्देश दिया गया है. स्कूलों को ई विद्या वाहिनी के माध्यम से परीक्षा की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
