Lok Sabha Election: चुनाव आयोग से वायरल ऑडियो क्लिप की जांच की मांग, झारखंड भाजपा ने विधायक दीपिका पांडेय से जोड़ा

Lok Sabha Election 2024: बीजेपी ने चुनाव आयोग से वायरल ऑडियो क्लिप की जांच की मांग की है. भाजपा ने इसे महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह से जोड़ा है. इसे आदर्श आचार संहिता का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन बताया है.

By Guru Swarup Mishra | March 22, 2024 9:22 PM

Lok Sabha Election 2024: रांची-झारखंड की राजनीति में एक वायरल ऑडियो ने नया विवाद पैदा कर दिया है. भाजपा इस वायरल ऑडियो क्लिप लेकर चुनाव आयोग पहुंची. भाजपा कह रही है कि एक अनजान ने यह क्लिप पार्टी कार्यालय पहुंचा दी है. भाजपा ने चुनाव आयोग से कहा है कि यह ऑडियो क्लिप महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह और किसी रफीक नाम के मुखिया को बीच बातचीत की बतायी जा रही है. यह ऑडियो क्लिप आदर्श आचार संहिता का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन करता है. भ्रष्टाचार में शामिल एक बड़े रैकेट को भी उजागर करता है. भाजपा ने चुनाव आयोग से जांच की मांग करते हुए कहा है कि इस बात का खुलासा होना चाहिए क्या ऑडियो क्लिप में महिला की आवाज महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह की है?

प्रतुल शाहदेव और सुधीर श्रीवास्तव ने सौंपा ज्ञापन
वार्तालाप में किस मंत्री के संबंध में बात की जा रही है. ये बुलबुल कौन है, जिसे 25 लाख देने की बात हो रही है. ये मुखिया जी और रफीक कौन हैं. किस काम के लिए पैरवी हो रही है. इसके साथ ही भाजपा ने सवाल उठाया है कि किस डीसी और डीडीसी के संबंध में बात हो रही है. भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव और सुधीर श्रीवास्तव ने आयोग को ज्ञापन सौंपते हुए पूरे मामले की जांच आयकर विभाग या अन्य सक्षम एजेंसी से कराने की मांग की है.

ऑडियो क्लिप में बातचीत के अंश
मुखिया : हां, नमस्कार
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : बोलिए, मुखिया जी
मुखिया : हम बहुत परेशान हो गये हैं. एको जरा रिसपांस ले रहे हैं मैडम
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : कौन रिसपांस नहीं ले रहा है.
मुखिया : उस दिन भी हम मैसेज किये, फोन किए मतलब
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : उसमें हम क्या कर पायेंगे, बाहर हैं
मुखिया : जरा ना सुनिए ना, मेरी बात सुन लीजिए ना
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : डीसी से इसमें फोन से तो बात नहीं कर सकते

मुखिया : नहीं मतलब कार्रवाई के लिए डीडीसी रिकोमेंड कर दिया है ना, डीसी के पास फाइल है. हो सकता है, मतलब आज ही कर देंगे. उसमें मतलब रुकावट है
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : हम हैं ही नहीं, तो कैसे बोले. ये बात फोन पर नहीं हो सकता है. आपको पता है. आपको हम रिसपांस लिए, छोटा भी काम लगाते हैं, तो आप लोग हमको बेइज्जत करते हैं.
मुखिया : नहीं कभी, कहां हुआ है, वैसा
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : रफीक भाई हम देख रहे हैं, हम रात के 12 बजे भी आपलोग के लिए जगते हैं. तो भी मंत्री जी के आने के बाद भी आपलोग कुछ नहीं किए, हम किस मुंह से बोले मंत्री जी को
मुखिया : बात तो ठीक है मतलब, लेकिन हम तो बोले थे आपको
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : : अरे छोड़िए, अब आपलोग, अब आपलोग
मुखिया : सुनिए ना, हमारा ये काम कर दीजिए, जहां बोलिएगा, रांची बोलिएगा, काम कर देंगे, जो बोलिएगा मानने के लिए तैयार हैं.
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : अभी क्या, जब काम खराब हो गया. तो मेरे बोलने से क्या होगा.

मुखिया : डीसी के पास
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : मेरे लिए भगवान की कृपा से कुछ करने की जरूरत नहीं है
मुखिया : जो बोलिएगा, मान लेंगे मैडम, गुस्साइये नहीं
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : जिस समय पार्टी के लिए करना था, उस समय
मुखिया : उस समय कर रहे थे. जो बोलिएगा कर देंगे. छोटा बात पर गुस्साने की जरूरत नहीं
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) : हम किये छोटा बात, आप किए हैं, आप शुरुआत किये हैं.
मुखिया : दुर्र…हम क्या शुरुआत किए हैं
महिला ( भाजपा ने महगामा विधायक बताया ) . जा कर पहले 25 लाख रुपया बुलबुल के पास रखवाइये, फिर बात करेंगे
मुखिया : क्या करेंगे.

भाजपा ने जांच की मांग की है, होने दीजिए : दीपिका
विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि चुनाव का समय है. ये सब होगा. भाजपा ने खुद कहा है कि किसी अनजान ने ये ऑडियो क्लिप दिया है. चुनाव आयोग के पास गये हैं. जांच की मांग कर रहे हैं. अभी क्या पुष्टि हुई है. किसका ऑडियो है, मुझे कोई जानकारी नहीं है. इस जमाने में कोई लता मंगेशकर की आवाज डाल दे, अब तो यह भी संभव है.

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