रिम्स रांची में मरीज की हुई मौत तो परिजन व जूनियर डॉक्टर आपस में भिड़े, पुलिस ने शांत कराया मामला

वहीं डॉक्टरों का कहना है कि महिला की दोनों किडनी खराब थी. परिजनों ने दोपहर 12 बजे इमरजेंसी वार्ड में उन्हें भर्ती कराया था. मरीज की स्थिति गंभीर थी. उनको डायलिसिस के लिए तैयार किया जा रहा था. इसी क्रम में रात में उनकी मौत हो गयी.

By Prabhat Khabar | July 26, 2021 10:21 AM

Rims Ranchi Latest News रांची : रिम्स के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती महिला मरीज अनिता देवी की रविवार रात 8:30 बजे इलाज के क्रम में मौत हो गयी. परिजनों का आरोप है कि कागजी कार्रवाई पूरी करने में वह इधर से उधर दौड़ते रहे. इसी क्रम में इलाज नहीं होने से मरीज की मौत हो गयी. इसकी शिकायत जब डॉक्टरों से की गयी, तो वह परिजनों से उलझ पड़े. परिजनों का कहना है कि इमरजेंसी वार्ड का गेट बंद कर उनकी पिटाई की गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग कर मामला शांत कराया.

वहीं डॉक्टरों का कहना है कि महिला की दोनों किडनी खराब थी. परिजनों ने दोपहर 12 बजे इमरजेंसी वार्ड में उन्हें भर्ती कराया था. मरीज की स्थिति गंभीर थी. उनको डायलिसिस के लिए तैयार किया जा रहा था. इसी क्रम में रात में उनकी मौत हो गयी. जूनियर डॉक्टरों का कहना था कि मरीज की मौत के बाद महिला जूनियर डॉक्टर को परिजनों ने कॉलर पकड़ कर कुर्सी से उठाया. वहीं बचाने के लिए आयी महिला सुरक्षाकर्मी से भी मारपीट की गयी.

आधे घंटे के लिए इमरजेंसी सेवा की बंद :

हंगामे के बाद जूनियर डॉक्टरों ने आधा घंटा के लिए इमरजेंसी की सेवा बंद कर दी. हंगामे की जानकारी होने पर निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद और अधीक्षक डाॅ विवेक कश्यप वहां पहुंचे. रात 11 बजे तक इमरजेंसी वार्ड में गहमा-गहमी रही. रिम्स प्रबंधन दोनों पक्षोें को शांत कराने में जुटा रहा, लेकिन जूनियर डॉक्टर परिजनों की लिखित शिकायत पर अड़े हुए थे. इधर, मृतक के छोटे बेटे अमन वर्मा को बरियातू थाना की पुलिस अपने साथ ले गयी है.

परिजन भी देर रात बरियातू थाना प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे थे. वहीं जूनियर डॉक्टर रिम्स इमरजेंसी में हुई मारपीट को लेकर अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे़ बरियातू पुलिस भी रिम्स में सुरक्षा की दृष्टि से डटी हुई थी. सूत्रों की मानें, तो सुलह की बात चल रही थी़

महिला की स्थिति गंभीर थी. दोनों किडनी खराब थी, इसलिए डायलिसिस की तैयारी चल रही थी. परिजनों को स्थिति के बारे में बताया गया था. महिला कोविड संदिग्ध भी थी, इसलिए कोरोना जांच की प्रक्रिया भी चल रही थी. मरीज की माैत के बाद महिला जूनियर डॉक्टर के साथ परिजनों ने बदसलूकी की.

डॉ विवेक कुमार, अध्यक्ष, जेडीए

Posted by : Sameer Oraon

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