Jharkhand Naxal News: तीन इनामी सहित 4 हार्डकोर नक्सलियों ने किया सरेंडर, चार एके-47 बरामद

पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इन नक्सलियों के सरेंडर के बाद झारखंड के चतरा, हजारीबाग और पलामू के अलावा गया के सीमावर्ती क्षेत्र को नक्सल से मुक्त करा लिया गया है. तत्कालीन डीजीपी नीरज सिन्हा के कार्यकाल में नक्सलियों के खिलाफ काम हुआ है, उसी तरह पुलिस नक्सल फ्रंट पर काम कर रही है.

By Prabhat Khabar | April 17, 2023 4:08 AM

रांची: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के चार शीर्ष और हार्डकोर नक्सलियों के झारखंड पुलिस के समक्ष चतरा में सरेंडर करने की सूचना है. हालांकि, अब तक पुलिस ने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है. सरेंडर कर चुके नक्सलियों की निशानदेही पर पुलिस ने रविवार को इलाके में सर्च अभियान चलाया. इसमें चार एके- 47 राइफल बरामद की गयी है. पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इन नक्सलियों के सरेंडर के बाद झारखंड के चतरा, हजारीबाग और पलामू के अलावा गया के सीमावर्ती क्षेत्र को नक्सल से मुक्त करा लिया गया है.

सरेंडर करनेवाले नक्सलियों में जोनल कमांडर अमरजीत यादव उर्फ टिंगू जी उर्फ लखन यादव (पिता-स्व मादी यादव, निवासी-गरहीतरी, थाना क्षेत्र बाराचट्टी, गया, बिहार, झारखंड में इनाम-10 लाख), जोनल कमांडर नीरू यादव उर्फ सलीम (निवासी-गांव जहाजी, थाना क्षेत्र बाराचट्टी, गया, बिहार, झारखंड में इनाम-10 लाख), सब जोनल कमांडर सहदेव यादव उर्फ लट्टन यादव उर्फ सुदर्शन (पिता-झुमक यादव, निवासी-गांव सिकिद, थाना क्षेत्र राजपुर, चतरा, झारखंड, इनाम-5 लाख) और सब जोनल कमांडर संतोष भुइयां (इनाम प्रस्तावित) शामिल हैं.

पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इन नक्सलियों के सरेंडर के बाद झारखंड के चतरा, हजारीबाग और पलामू के अलावा गया के सीमावर्ती क्षेत्र को नक्सल से मुक्त करा लिया गया है. जिस तरह तत्कालीन डीजीपी नीरज सिन्हा के कार्यकाल में झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ काम हुआ है, उसी तरह वर्तमान डीजीपी अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में झारखंड पुलिस नक्सल फ्रंट पर काम कर रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, चारों नक्सलियों के खिलाफ झारखंड और बिहार में कुल मिलकर करीब 150 केस दर्ज हैं. चारों नक्सली हाल ही में चतरा जिला के लावालौंग थाना क्षेत्र में हुए इनकाउंटर में सक्रिय थे. उस दौरान पांच नक्सली मारे गये थे. जबकि, उक्त नक्सली पुलिस से बचकर बिहार भाग गये थे. वहां जाने के बाद चारों अलग-थलग पड़ गये थे. बाद में सरेंडर करने के लिए अपने-अपने परिजनों के जरिये पुलिस से संपर्क किया. पुलिस जल्द ही विधिवत रूप से चारों के सरेंडर करने की घोषणा कर सकती है.

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