डकरा अस्पताल के मुख्य द्वार पर पसरी रहती है गंदगी
मजदूर, कर्मचारी और अधिकारी हर वर्ग के लोग परेशान हैं.
डकरा. एनके एरिया में भले ही 21 करोड़ रुपए खर्च कर एनुअल मेंटेनेंस का काम चल रहा हो, लेकिन जहां-तहां पसरी गंदगी असैनिक विभाग की लापरवाह कार्यप्रणाली की पोल खोल रही है. मजदूर, कर्मचारी और अधिकारी हर वर्ग के लोग परेशान हैं. क्वार्टर, काॅलोनी सड़क की बदहाल स्थिति पर पिछले कुछ दिनों से श्रमिक संगठन लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन सुधार की दिशा में पहल तक नहीं की जा रही है. इन दिनों क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लोग वायरल फीवर से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां भी मुख्य द्वार के बाहर पसरी गंदगी लोगों को परेशान कर रही है या यूं कह लें कि अस्पताल के मुख्य द्वार की दुर्दशा देख कर पूरे क्षेत्र में स्वच्छता की स्थिति को समझी जा सकती है. अस्पताल का बोर्ड झाड़ियों में छिप गया है और ठीक मुख्य द्वार के सामने आसपास के लोग कचरा फेंक कर यहां का माहौल गंदा कर रहे हैं. अस्पताल के भीतर और बाहर साफ-सफाई का ठेका कंपनी ने आवंटित किये हुये है, लेकिन अस्पताल में काम करने वाले ठेका मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है, जिसके कारण यहां जैसे-तैसे काम चल रहा है. विभागीय अधिकारियों से बात करने पर वे ठेकेदार का बचाव करते हुए बताते हैं कि ठेकेदार ने काफी कम रेट में काम ले लिया है और उसे घाटा हो रहा है, जिसके कारण वह किसी तरह काम कर रहा है. सीसीएल सलाहकार समिति सदस्य सुनील कुमार सिंह बताते हैं कि मैं यहां की स्थिति से एरिया से लेकर मुख्यालय तक के अधिकारियों को लिखित और मौखिक रूप में अवगत करा चुका हूं. अब सड़क पर उतर कर आंदोलन करना ही एकमात्र रास्ता बच गया है. किसी भी स्तर पर बने उचित फोरम पर बात नहीं सुनी जा रही है. बताया जाता है कि पूरे मामले में प्रबंधन एक अधिकारी के समक्ष बेबस हो गया है.
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