उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने कसी कमर, बेरमो में जनाधार बढ़ाने में जुटे कांग्रेसी नेता

बेरमो विधानसभा में होनेवाले उपचुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी चुनाव की तैयारियों में जुट गयी है. पार्टी विधानसभा क्षेत्र में जनाधार बढ़ाने काम कर रही है.

By Prabhat Khabar | August 4, 2020 3:54 AM

रांची : बेरमो विधानसभा में होनेवाले उपचुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी चुनाव की तैयारियों में जुट गयी है. पार्टी विधानसभा क्षेत्र में जनाधार बढ़ाने काम कर रही है. इसी कड़ी में रविवार को भाजपा नेत्री व चंद्रपुरा जिला परिषद की सदस्य को उनके समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल कराया गया. बेरमो विधानसभा कांग्रेस का सीटिंग सीट है. पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह के निधन होने की वजह से यह सीट खाली हो गयी है.

पार्टी ने अपनी सीटिंग सीट को बरकरार रखने की कवायद शुरू कर दी है. रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने क्षेत्र के नेताओं के साथ बैठक कर रणनीति बनायी. नेताओं को क्षेत्र में पार्टी का जनाधार बढ़ाने का निर्देश दिया गया. साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का निर्देश दिया गया. इससे पहले भी प्रदेश अध्यक्ष ने क्षेत्र में पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर चुनाव की तैयारी में जुटने का निर्देश दिया था.

बदल गयी है राजनीतिक परिस्थिति, रोचक हो सकता है चुनाव : पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से राजनीतिक परिस्थितियां बदल गयी हैं. पिछले चुनाव में महागठबंधन एकजुट होकर चुनाव लड़ा था. राज्य में झामुमो कांग्रेस व राजद की ओर से अलग-अलग सीटों पर समझौते के तहत प्रत्याशी खड़े किये गये थे. वहीं दूसरी तरफ आजसू के साथ गठबंधन नहीं होने की वजह से भाजपा अकेले चुनाव लड़ी थी.

बेरमो विधानसभा में जहां महागठबंधन की ओर से राजेंद्र सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी रूप में चुनाव मैदान में उतारा था. वहीं दूसरी तरफ आजसू, भाजपा व झाविमो अलग-अलग चुनाव लड़े थे. वोट का बिखराव होने की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह लगभग 89 हजार मत लाकर विजयी हुए थे.

इस चुनाव में भाजपा को 63,500, आजसू को 16,500 और झाविमो को दो हजार मत मिले थे. वर्तमान में झाविमो का अस्तित्व खत्म हो चुका है. पार्टी का विलय कर बाबूलाल मरांडी भाजपा के साथ हैं. वहीं प्रदीप यादव व बंधु तिर्की कांग्रेस के साथ. इधर राज्यसभा चुनाव में आजसू ने भाजपा का साथ देकर एनडीए की एकजुटता दिखायी है. नये समीकरण बनने के बाद उपचुनाव रोचक होता दिख रहा है.

Post by : Pritish Sahay

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