कुड़माली व पंचपरगनिया झूमर के साथ संपन्न हुआ संगम सांस्कृतिक महोत्सव

संगम सांस्कृतिक महोत्सव का सोमवार को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन किया गया.

By VISHNU GIRI | November 24, 2025 7:46 PM

सिल्ली. सिल्ली के छाता टांड़ में कवि बिनंद सिंहदेव सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय संगम सांस्कृतिक महोत्सव का सोमवार को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन किया गया. इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. समारोह में कुड़माली एवं पंचपरगनिया झूमर, नर्तकी नृत्य, पांता नाच, गीत और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा दी गयी प्रस्तुतियों ने पंचपरगना व झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया. समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मानभूम छऊ नृत्य कला केंद्र के मुख्य प्रशिक्षक सुनील सिंह, जिप सदस्य लक्ष्मी कुमारी, समाजसेवी बबलू महतो आदि शामिल हुए. सुनील सिंह ने कहा इस तरह के कार्यक्रम न केवल कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करती हैं, बल्कि सांस्कृतिक विरासत को भी बढ़ावा देती है. कुरमाली व पंचपरगना गीत और नृत्य, झूमर पंचपरगना क्षेत्र एवं झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने आयोजन समिति व क्षेत्रीय कलाकारों की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया. जिप सदस्य लक्ष्मी कुमारी एवं बबलू महतो ने आयोजन समिति के संरक्षक राजा पुष्पेंद्र नाथ सिंहदेव व सदस्यों के सराहना करते हुए ने कहा इस आयोजन में विविधता से भरे प्रदर्शन ने यह संदेश दिया कि झारखंड न केवल प्राकृतिक सौंदर्य में समृद्ध है, बल्कि अपनी सांस्कृतिक धरोहर में भी अनुपम है. कार्यक्रम का संचालन बजरंग पात्र मुंडा व अनिल मांझी ने किया. कार्यक्रम में राजकुमार मांझी, कुमारी सरस्वती मुंडा, रतनलाल, कमलेश, बर्षा, शिमला, सुखदेव महतो, पुर्णिमा, गंगाधर, शिमला, संपति, मंगला आदि कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी. कार्यक्रम के सफल आयोजन में नीलकांत यादव, परशुराम महतो, लखी राम नायक, देवेंद्र महतो, सरोज सिंह, रविंद्र नाथ महतो, रंजीत महतो, हराधन महतो व सभी पंचायत के क्षेत्रीय कलाकार एवं स्थानीय लोगों का सराहनीय योगदान रहा.

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