Political News : भाकपा की बौद्धिक संपदा थे अतुल अंजान : अजय
भाकपा के राज्य कार्यालय सभागार में श्रद्धांजलि सभा
रांची. भाकपा के राष्ट्रीय सचिव सह अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अंजान की प्रथम पुण्यतिथि पर पार्टी के राज्य कार्यालय सभागार में श्रद्धांजलि सभा की गयी. इस दौरान उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके कृतित्व को याद किया गया. राज्य कार्यकारिणी सदस्य अजय कुमार सिंह ने कहा कि अतुल भाकपा के बौद्धिक संपदा थे. वे निर्भीक और बेबाक टिप्पणी करने वाले नेता थे. संघर्ष की राह उन्हें विरासत में मिली थी. उनके पिताजी डॉ एपी सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे. अंजान ने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के कई आंदोलनों में बढ़-चढ़ कर भाग लिया और वर्षों तक जेल में रहे. महज 20 साल की उम्र में नेशनल कॉलेज के प्रेसिडेंट और 60 के दशक में सीपीआइ के मेंबर बने. वे एआइएसएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय सचिव भी रहे थे. उन्होंने देश भर में चल रहे कई कम्युनिस्ट आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभायी. इंडिया घटक दलों द्वारा एचइसी के मसले पर दिये गये धरना में शामिल होकर एचइसी को बचाने के लिए लगातार संघर्ष का आह्वान किया. इस अवसर पर इम्तियाज अहमद खान, मनोज ठाकुर, श्यामल चक्रवर्ती, राजेश राय, वीरेंद्र विश्वकर्मा, महेंद्र कुमार, सुनील कुमार, पीके गांगुली संजीत, संतोष रजक, चंदन कुमार, रामसिंह सहित कई लोग शामिल उपस्थित थे.
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