खुलासा : पीएलएफआइ उग्रवादी रवींद्र गंझू ने बताया, खलारी पुलिस को उड़ाने की थी योजना

रांची/खलारी: खलारी तथा मैक्लुस्कीगंज स्टेशन के बीच रेल लाइन में विस्फोट करनेवाला मुख्य आरोपी व पीएलएफआइ उग्रवादी रवींद्र गंझू उर्फ मलिंगा की योजना खलारी पुलिस को उड़ाने की थी. पुलिस ने उसके पास से एक देशी कट्टा, चार गोली, दो मोबाइल और चार सिम बरामद किया है. रवींद्र गंझू ने घटना में शामिल अपने अन्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2016 12:41 AM
रांची/खलारी: खलारी तथा मैक्लुस्कीगंज स्टेशन के बीच रेल लाइन में विस्फोट करनेवाला मुख्य आरोपी व पीएलएफआइ उग्रवादी रवींद्र गंझू उर्फ मलिंगा की योजना खलारी पुलिस को उड़ाने की थी. पुलिस ने उसके पास से एक देशी कट्टा, चार गोली, दो मोबाइल और चार सिम बरामद किया है. रवींद्र गंझू ने घटना में शामिल अपने अन्य सहयोगियों का नाम पुलिस को बताया है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. रवींद्र गंझू मैकलुस्कीगंज थाना क्षेत्र के कृत धौड़ा बाजारटांड़ का रहनेवाला है.
यह जानकारी बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में खलारी डीएसपी प्रमोद केसरी ने दी. पुलिस अधिकारियों के अनुसार रवींद्र गंझू ने इस घटना को अंजाम पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप के निर्देश पर दिया था. विस्फोटक उसे पीएलएफआइ दस्ते से मिला था तथा बैट्री व तार उसने स्थानीय स्तर पर खरीदा था. घटना का मास्टरमाइंड रवींद्र गंझू खुद है. रवींद्र गंझू ने बताया कि उसे पुलिस गाड़ी को उड़ाने का निर्देश मिला था लेकिन ऐसा न कर उसने रेल पटरी में विस्फोट कर दिया. रवींद्र गंझू के खिलाफ पहले से आठ मामले दर्ज हैं. जिनमें छह मैकलुस्कीगंज तथा दो खलारी थाना क्षेत्र का मामला है. रवींद्र गंझू ने पूछताछ के दौरान इलाके में सक्रिय पीएलएफआइ उग्रवादियों के बारे में जानकारी दी है. पुलिस ने पूछताछ के बाद बुधवार को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
उग्रवादी भी सीख चुके हैं बारूदी सुरंग लगाना
पीएलएफआइ के उग्रवादी रवींद्र गंझू ने पुलिस को बताया कि पीएलएफआइ के कुछ उग्रवादी लैंड माइन और आइइडी तैयार कर बारूदी सुरंग लगाना सीख चुके हैं. इसी तकनीक का इस्तेमाल रेलवे लाइन को क्षतिग्रस्त करने के लिए किया गया था. रवींद्र गंझू ने यह तकनीक अपने कुछ साथी उग्रवादियों को भी सिखायी है. रवींद्र गंझू को इलाके में पीएलएफआइ संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गयी थी.

रवींद्र गंझू घटनाओं को इसलिए अंजाम देना चाहता था, ताकि इलाके में पीएलएफआइ उग्रवादियों की दहशत कायम हो और वे लेवी की वसूली आराम से कर सकें. ग्रामीण एसपी राज कुमार लकड़ा ने बताया कि रवींद्र गंझू पूर्व में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के लिए भी काम कर चुका है. लेकिन वह कुछ वर्ष पूर्व संगठन से अलग होकर पीएलएफआइ संगठन से जुड़ कर काम कर रहा था. उसने भाकपा माओवादी नक्सली संगठन में रहकर ही लैंड माइन और आइइडी तैयार करना और लगाना सीखा था. पीएलएफआइ से जुड़ने के बाद उसने अपने कई साथी उग्रवादियों को बारूदी सुरंग लगाने की तकनीक बतायी है.