27 को मुख्यालय भवन का होगा उदघाटन

आठ साल पहले झारखंड जगुआर का हुआ था गठन रांची : नक्सलियों से लड़ने के लिए झारखंड सरकार ने वर्ष 2008 में झारखंड जगुआर (जेजे) फोर्स का गठन किया था. इस फोर्स का गठन आंध्र प्रदेश की ग्रे-हाउंड फोर्स के तर्ज पर किया गया था. तब वीडी राम (अब सांसद) राज्य के डीजीपी थे और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 26, 2016 1:25 AM
आठ साल पहले झारखंड जगुआर का हुआ था गठन
रांची : नक्सलियों से लड़ने के लिए झारखंड सरकार ने वर्ष 2008 में झारखंड जगुआर (जेजे) फोर्स का गठन किया था. इस फोर्स का गठन आंध्र प्रदेश की ग्रे-हाउंड फोर्स के तर्ज पर किया गया था. तब वीडी राम (अब सांसद) राज्य के डीजीपी थे और डीके पांडेय राज्य के आइजी अभियान के पद पर थे. झारखंड जगुआर के गठन में वीडी राम और डीके पांडेय का बड़ा योगदान है.
डीके पांडेय अभी झारखंड के डीजीपी हैं. शुरू में धुर्वा स्थित ब्रेड फैक्टरी में झारखंड जगुआर का मुख्यालय खोला गया. अब भी वहां पर कार्यालय है. वर्ष 2010-11 में टेंडर ग्राम में झारखंड जगुआर के मुख्यालय के लिए पुलिस विभाग को जमीन स्थानांतरित की गयी. शुरू में पोर्टेबल हट बना कर वहां पर पुलिसकर्मियों को रखा गया.
धीरे-धीरे मुख्य प्रशासनिक भवन समेत अन्य भवनों का निर्माण किया गया. 27 जून को गृह मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य प्रशासनिक भवन का उदघाटन करेंगे.
बनना था ग्रे-हाउंड, पर नहीं बन सका : झारखंड जगुअार के गठन के वक्त राज्य पुलिस की तरफ से कहा गया था कि यह फोर्स ग्रे-हाउंड बनेगा. स्वतंत्र रूप से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. इस फोर्स को ग्रे-हाउंड जैसा फोर्स बनाने के लिए कई बार बड़े पुलिस अफसरों ने आंध्र प्रदेश को देखा-समझा. इस फोर्स में 40 असाल्ट ग्रुप के पद स्वीकृत हैं. अभी 36 असाल्ट ग्रुप कार्यरत हैं. झारखंड जगुआर फोर्स के प्रमुख आइजी रैंक के अफसर होते हैं.
जेजे के गठन से लेकर अब तक अधिकांश समय इसके प्रमुख का पद प्रभार के भरोसे ही चलता रहा. आज भी जेजे में डीआइजी का पद रिक्त पड़ा हुआ है. एसपी के दो पद भी रिक्त हैं. इस फोर्स में डीएसपी या इससे नीचे पदस्थापित होनेवाले पुलिसकर्मी यह समझते हैं कि उन्हें सजा के तौर पर यहां भेजा गया है. विभाग के सीनियर अफसर भी कई बार गुस्से में यही कहते हैं कि ज्यादा गड़बड़ी की, तो जेजे में भेज देंगे.
45 मिनट जेजे परिसर में रहेंगे गृहमंत्री
गृहमंत्री राजनाथ सिंह करीब 45 मिनट तक झारखंड जगुआर परिसर में रुकेंगे. 27 जून को सुबह 10 बजे वह हेलीकॉप्टर से जेजे परिसर पहुंचेंगे. हेलीपैड से वह शहीद स्थल पर जायेंगे. शहीदों को फूल-माला चढ़ा कर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे. इसके बाद वह प्रशासनिक भवन का उदघाटन करेंगे.
उदघाटन के बाद वह परेड मैदान में पुलिसकर्मियों को संबोधित करेंगे. डीजीपी डीके पांडेय स्वागत भाषण देंगे. मुख्यमंत्री रघुवर दास के संबोधन के बाद गृह मंत्री जवानों को संबोधित करेंगे. इसके बाद पुलिसकर्मियों के साथ चाय पीयेंगे. फिर हेलीकॉप्टर से लौट जायेंगे.

Next Article

Exit mobile version