फोन टेपिंग मामला: विपक्षी दलों के तेवर तल्ख, सुखदेव भगत ने कहा, सच्चाई सामने रखे सरकार

रांची: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा है कि फोन टेपिंग मामले में झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोप काफी गंभीर हैं. राज्य सरकार को इस आरोप की जांच करानी चाहिए. श्री मरांडी हलके व्यक्ति नहीं हैं. उन्होंने सोच-समझ कर ही फोन टेपिंग मामले पर अपनी बात रखी है. मुख्यमंत्री जांच कमेटी गठित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2016 1:42 AM
रांची: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा है कि फोन टेपिंग मामले में झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोप काफी गंभीर हैं. राज्य सरकार को इस आरोप की जांच करानी चाहिए. श्री मरांडी हलके व्यक्ति नहीं हैं. उन्होंने सोच-समझ कर ही फोन टेपिंग मामले पर अपनी बात रखी है. मुख्यमंत्री जांच कमेटी गठित करें. श्री मरांडी को भी अपने कहे अनुसार साक्ष्य उपलब्ध कराना चाहिए. श्री भगत ने कहा : फोन टेपिंग के संबंध में पहले भी बातें होती रही हैं.

शासन से पारदर्शिता की उम्मीद की जाती है. प्रतिष्ठित समाज में किसी की भी निजता का हनन अच्छी बात नहीं है. शासन चलाने का मतलब मनमानी नहीं है. इस पूरे मामले में पुलिस के काम करने के तरीके पर भी सवाल उठता है. आमतौर पर पुलिस पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर फोन टेप करती है, लेकिन श्री मरांडी के कहे अनुसार इतनी बड़ी संख्या में फोन टेपिंग संवैधानिक अधिकारों का हनन है. पुलिस को इस तरह का काम करने की आजादी हरगिज नहीं है. अगर श्री मरांडी के आरोप सही हैं, तो फोन टेपिंग करने वाले पुलिस अधिकारी दंड के भागीदार हैं. श्री भगत ने कहा : रघुवर सरकार को फोन टेपिंग मामले में जांच कमेटी गठित करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. जांच कमेटी की रिपोर्ट सारा सच सामने ला देगी.

अपनी बातों से पीछे नहीं हटेंगे : बाबूलाल मरांडी
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि सरकार को वह सबूत क्यों देंगे. सरकार ने उनके ऊपर आरोप लगाया है. वह क्यों उनके ऊपर विश्वास करेंगे. सरकार उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक एसअाइटी का गठन करे, उसे पूरा सबूत दिया जायेगा. वे अपनी बातों से पीछे हटनेवाले नहीं हैं. सरकार लोगों का फोन टेप कर उनकी निजता का हनन कर रही है. सरकार विश्वास करने के लायक नहीं है. उसे जनता के हितों का ख्याल नहीं है.
मामले की सीबीआइ जांच हो : सुप्रियो भट्टाचार्य
झारखंड मुक्ति मोरचा ने भी फोन टेप मामले को गंभीरता से लिया है. पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार इस मामले की सीबीआइ जांच कराये. उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने तक गृह विभाग के मंत्री (मुख्यमंत्री) पद त्याग करें. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार डरी हुई है. यही वजह है कि फोन टेप करवा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार अल्पमत में थी. जोड़-तोड़ कर सरकार बनायी गयी है. ऐसे में उसमें डर बना हुआ है. उन्होंने कहा कि भय ही वजह है कि सरकार ने ढुलू महतो के ऊपर हुए मुकदमे को वापस ले लिया है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि इस मामले में निश्चित रूप से जांच होनी चाहिए.