रांची के हाईस्कूलों में 900 और शिक्षकों की जरूरत, जानिए कितने हैं मास्टर

रांची जिले के हाईस्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है. बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. आलम यह है कि जिले के हाईस्कूलाें में सृजित पद के मुकाबले आधे से भी कम शिक्षक हैं. मध्य विद्यालय से हाइस्कूल में अपग्रेड किये गये स्कूलों में शिक्षकों से सबसे अधिक पद रिक्त हैं.

By Rahul Kumar | September 12, 2022 12:01 PM

Jharkhand News: राज्य के हाईस्कूलों में शिक्षकों के आधे से अधिक पद रिक्त हैं. रांची जिला में शिक्षकों के 1714 पद सृजित हैं. जबकि, कार्यरत मात्र 875 हैं. कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां एक-दो शिक्षक हैं. मध्य विद्यालय से हाईस्कूल में अपग्रेड किये गये स्कूलों में शिक्षकों से सबसे अधिक पद रिक्त हैं. जिला में छह ऐसे विद्यालय हैं, जहां मात्र एक शिक्षक कार्यरत हैं. दो विद्यालय में मात्र-दो-दो शिक्षक हैं.

प्रतिनियुक्ति पर करायी जा रही पढ़ाई

विद्यालयों में पठन-पाठन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. प्रतिनियुक्ति के बाद भी विद्यालय में सभी विषय के शिक्षक नहीं है. विद्यालयों में गणित व विज्ञान विषय के शिक्षकों की सबसे अधिक कमी है. अपग्रेडेट हाईस्कूल हटिया में 301 विद्यार्थी नामांकित हैं. विद्यालय में शिक्षकों के 12 पद सृजित हैं. विद्यालय में फिलहाल एक शिक्षक हैं. अपग्रेड हाईस्कूल सरजमडीह में 54 विद्यार्थी हैं, जबकि शिक्षक मात्र दो हैं. शिक्षकों की कमी से विद्यालयों में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. इन विद्यालयों में कुछ शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.

हाईस्कूल में 2016 में हुई पिछली नियुक्ति

राज्य के हाईस्कूल में शिक्षकों की पिछली नियुक्ति प्रक्रिया वर्ष 2016 में शुरू हुई थी. स्कूलों में लगभग 17 हजार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा ली गयी थी. नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. इस कारण नये सिरे से शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. हाईस्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए नियमावली में संशोधन की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. आरक्षण रोस्टर क्लियर करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है.

डेट ऑफ बर्थ में छेड़छाड़ पर 48 अभ्यर्थी हुए निष्कासित

अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की बहाली की के लिए रांची के मोरहाबादी स्थित आर्मी ग्राउंड में भर्ती रैली का आयोजन किया गया है. यहां सेना बहाली निदेशक कर्नल राकेश कुमार ने बताया कि उम्र घटाने के लिए कई अभ्यर्थी नकली प्रमाणपत्र बना ले रहे हैं अथवा उम्र कम करने के लिए दोबारा मैट्रिक का परीक्षा देकर घटा हुआ उम्र वाला प्रमाण पत्र लेकर आ रहे हैं. ऐसे करनेवाले 48 अभ्यर्थियों को निष्कासित कर दिया गया है. कर्नल राकेश ने कहा कि यदि अभ्यर्थी नहीं माने, तो मजबूरन उन्हें कानूनी कार्रवाई करनी पड़ेगी. गौरतलब है कि मोरहाबादी में पांच सितंबर से शुरू हुई यह रैली 22 सितंबर तक चलेगी, जिसमें झारखंड के सभी 24 जिलों के अभ्यर्थी चरणबद्ध तरीके से भाग ले रहे हैं.

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