ङ्म436 करोड़ का फिक्स्ड डिपॉजिट घोटाला

ओबीसी, देना बैंक में हुए घोटाले की फॉरेंसिक ऑडिट का आदेशएजेंसियां, मुंबईसरकार ने संदिग्ध घोटाले के सिलसिले में सार्वजनिक क्षेत्र के ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) और देना बैंक में फॉरेंसिक ऑडिट का आदेश दिया है. यह मामला ग्राहकों की 436 करोड़ रुपये की सावधि जमा राशि के दुरुपयोग से जुड़ा है. वित्त मंत्रालय में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2014 5:59 PM

ओबीसी, देना बैंक में हुए घोटाले की फॉरेंसिक ऑडिट का आदेशएजेंसियां, मुंबईसरकार ने संदिग्ध घोटाले के सिलसिले में सार्वजनिक क्षेत्र के ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) और देना बैंक में फॉरेंसिक ऑडिट का आदेश दिया है. यह मामला ग्राहकों की 436 करोड़ रुपये की सावधि जमा राशि के दुरुपयोग से जुड़ा है. वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवाओं के सचिव जीएस संधू से इस कथित घोटोले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक ऑडिट के आदेश दिये जा चुके हैं. कुछ लोगों को निलंबित भी किया गया है.हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह व्यक्तिगत अधिकारी के स्तर पर किये गये असामान्य व्यवहार का मामला है. इसमें बैंकिंग प्रणाली की असफलता नहीं है. वित्त मंत्रालय के इस वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बैंकों में अधिकारियों के लिए जोखिम प्रबंधन प्रशिक्षण पर भी विचार किया जा रहा है. उप-महाप्रबंधक और महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों को प्रोन्नति से पहले जोखिम प्रबंधन का पाठ पढ़ाया जाना चाहिए.रिजर्व बैंक के नवनियुक्त डिप्टी गवर्नर एसएस मुंद्रा ने मामले को काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि नियमन के मामले में अधिकारियों को अधिक गंभीर बनाने की आवश्यकता है. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि भूषण स्टील और अन्य कंपनियों से ऋण सीमा बढ़ाने के लिए 50 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोपी सिंडीकेट बैंक के सीएमडी एसके जैन की गिरफ्तारी के एक पखवाड़े के भीतर यह मामला सामने आया है.क्या है मामलाबैंकों में सावधि जमा (फिक्स्ड डिपॉजिट) के तौर पर प्राप्त राशि को निकाल लिया गया. इसमें 180 करोड़ रुपये ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स से और 256 करोड़ रुपये देना बैंक से निकाले गये.

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