रांची : सीयूजे आदिवासी विस्थापित परिवार का गठन

रांची : सेंट्रल यूनिवर्सिटी अॉफ झारखंड (सीयूजे) के नये परिसर के निर्माण के लिए चेरी-मनातू टोंगरी टोला के ग्रामीणों (रैयतों) की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. रैयतों ने 10 फरवरी को रांची सिविल कोर्ट परिसर में बैठक कर सामूहिक सहमति से केंद्रीय विश्वविद्यालय आदिवासी विस्थापित परिवार नामक संस्था का गठन किया है. बुधवार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 20, 2020 9:13 AM
रांची : सेंट्रल यूनिवर्सिटी अॉफ झारखंड (सीयूजे) के नये परिसर के निर्माण के लिए चेरी-मनातू टोंगरी टोला के ग्रामीणों (रैयतों) की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. रैयतों ने 10 फरवरी को रांची सिविल कोर्ट परिसर में बैठक कर सामूहिक सहमति से केंद्रीय विश्वविद्यालय आदिवासी विस्थापित परिवार नामक संस्था का गठन किया है.
बुधवार को संस्था के अध्यक्ष महावीर मुंडा व सचिव तुलसी मुंडा ने बताया कि संस्था ने 22 फरवरी 2012 को सीयूजे के तत्कालीन कुलपति को मांग पत्र दिया गया था. विवि प्रशासन व विस्थापित होनेवाले रैयतों के बीच बैठक में सहमति बनी थी कि चेेरी-मनातू टोंगरी टोला के विस्थापित होनेवाले रैयतों की एक समिति बना ली जाये. उसके बाद ही रैयतों ने समिति का गठन करने का निर्णय लिया.
महावीर मुंडा को केंद्रीय विश्वविद्यालय आदिवासी विस्थापित परिवार का अध्यक्ष, नकुल मुंडा व मुन्ना मुंडा को कार्यकारी अध्यक्ष, अजय लोहरा व संतू मुंडा को महासचिव, तुलसी मुंडा को सचिव, विकास रंजन मुंडा को सह सचिव, सावन मुंडा को कोषाध्यक्ष, कैलाश पाहन को कार्यालय प्रभारी बनाया गया है. सविता देवी, मुन्नी देवी, संगीता देवी, गीता देवी, पुतली देवी व बजरंग पाहन को लेकर मार्गदर्शक मंडल तथा 17 सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन किया गया है. इसकी सूचना रांची जिला प्रशासन को देते हुए आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की गयी है.

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